देश का सबसे अच्छा विकास मॉडल कहे जाने वाला गुजरात इस समय कोयले की भारी समस्या से गुजर रहा है. राज्य के अधिकार के अनुसार यहाँ पर काफी कम मात्रा में कोयला है, ऐसे में जल्द ही कोयला नहीं भेजा गया तो राज्य को बिजली की भारी समस्या से गुजरना पड़ेगा साथ ही कोयले के कारण रेलवे और अन्य कई कंपनियों का कामकाज भी ठप्पा हो सकता है जिससे राज्य को करोड़ों रुपए के नुकसान के साथ वहां के लोगों को भारी समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है.
गुजरात राज्य बिजली निगम (जीएसईसीएल) के एक वरिष्ठ अधिकार के अनुसार गुजरात में राज्य सरकार ने बिजली मंत्रालय और रेल मंत्रालय से पर्याप्त मात्रा में कोयला भेजने की गुजारिश की है, ताकि राज्य में भविष्य में बिजली और रेल जैसे सुविधाओं की ख़राब स्थिति से बचा जा सके. अधिकारी के अनुसार गुजरात के थर्मल पावर प्लांट्स को कोयले की भारी कमी से गुजरना पड़ रहा है.
बता दें, गुजरात स्टेट इलेक्ट्रिसिटी कारपोरेशन लिमिटेड (जीएसईसीएल), गुजरात ऊर्जा विकास निगम की सहायक कम्पनी है. जीएसईसीएल गुजरात में बिजली का वितरण करती है. गुजरात में वर्तमान में कोयले की यह हालत कि अगर किसी भी दिन कोयले की आपूर्ति अगर नहीं हुई तो राज्य को भारी समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है.