प्रदेश को स्वच्छ और साफ पानी पिलाने वाला जल-स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है. इस विभाग की जिम्मेदारी ये है कि शहर को स्वच्छ और साफ सुथरा पानी पिलाए. जी मीडिया ने शहर को पानी पिलाने वाले पंपिंग स्टेशन की पड़ताल की तो वहां बेहद चौकाने वाली स्थिति सामने आई. बीलसपुर से पंपिंग स्टेशन पर आने वाला पानी बेहद गंदा है.

बात सिर्फ इतनी नहीं है कि यहां केवल गंदगी का आलम है, बल्कि तमाशा जनता की सेहत के साथ हो रहा है. शहर के पंपिंग स्टेशन का स्वास्थ्य इतना खराब चल रहा है कि जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग अब खुद आईसीयू में है. पंपिंग स्टेशन की हालत इतनी नाजुक हो चुकी है लगातार एक के बाद एक टंकी दम तोड रहे है. लेकिन यह तो केवल बाहरी गंदगी है तो आप अंदाजा लगा सकते है कि पानी के अंदर कितनी गंदगी होगी और सबसे बडी बात ये है कि यही पानी जनता रोज पी रही है.
वैसे तो जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग शहर का इतना ख्याल रख रहा है कि रोजाना जनता को भरपूर पानी पिला रहा है. लेकिन इस बात की चिंता नहीं कि जहां इस पानी को इकट्ठा किया जाता है, वहां सालों से सफाई ही नहीं हुई. ऐसे में अब विभाग का नाम जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग नहीं, बल्कि अस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग होना चाहिए. शिकायतों की इतनी लंबी लिस्ट बन चुकी ना तो कर्मचारियों की सुनवाई होती है और ना ही जनता की.
ऐसे में जनता बेबस है, लाचार है. वहीं इस गंदे पानी ने इतनी त्राही मचा दी, लेकिन इसके बावजूद भी अधिकारी अपनी सीट से टस से मस नहीं हो रहे. जी मीडिया की पड़ताल में जलस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का स्वास्थ्य पूरी तरह से खराब ही पाया गया. प्रांतीय नल मजदूर कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष संजय शेखावत का कहना है सिर्फ जयपुर के ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान के पंपिंग स्टेशन की हालत कुछ ऐसी ही है.
वहीं जलदाय विभाग पूरा मामला नगर निगम प्रशासन पर टाल रहा है. मुख्य अभियंता आईडी खान का कहना है कि नगर निगम को कई बार अवगत करवाया गया है लेकिन बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं होती.
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