मोदी का अभिभावक और दार्शनिक अंदाज रहा चर्चा में
वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जादू उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सोमवार को नागरिकों के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं के सिर चढ़कर बोलता रहा। अपने उद्बोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार की नीति और संगठन की रणनीतियों पर खुलकर बात की। कहा कि सरकारी और सार्वजनिक सम्पतियों के प्रति अपनेपन का भाव रखें। उसके नुकसान से भी देश का क्षति पहुंचती है। उन्होंने काशीवासियों के साथ देशवासियों को भी ऐसा न करने की नसीहत दे डाली। इस दौरान लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद यहां कार्यकर्ताओं, नागरिकों का आभार जताने आये प्रधानमंत्री का अभिभावक और दार्शनिक अंदाज लोगों में चर्चा में बना रहा। बड़ालालपुर स्थित पं. दीन दयाल हस्तकला संकुल में आयोजित अभिनन्दन समारोह में प्रधानमंत्री कार्यकर्ताओं का आभार जताने के दौरान खुशनुमा माहौल में बनारसी ठसक के साथ कार्यकर्ताओं से संवाद करते रहे।
कार्यकर्ताओं के मेहनत और समर्पण की सराहना के साथ ही प्रधानमंत्री ने पान खाकर कहीं भी थूक देने वाले कार्यकर्ताओं नागरिकों की चुटकी भी ली। उन्होंने युवाओं को सार्वजनिक सम्पति की कद्र करने की नसीहत के बहाने बसों की सीट फाड़ देने पर अनुशासन का पाठ भी पढ़ाया। उन्होंने कहा कि अपना स्कूटर हो तो हम दिन में चार बार साफ करते हैं। चाहे वह 20 साल पुराना हो, उसका कलर उखड़ गया हो, फिर भी बराबर घिसकर चमका-चमकाकर उसे बाहर निकालते हैं। सरकारी बस में बैठें और बगल में सीट खाली हो और नींद आती नहीं हो, तो हम करते क्या हैं? सीट पर उंगली डालते हैं। कार्यकर्ताओं की ओर इशारा कर कहा कि यहां सबने किया होगा। बस के सीट के अंदर दो तीन इंच का जब तक गड्ढा नहीं हो जाता, हमको चैन नहीं आता है। प्रधानमंत्री ने वाराणसी में अपने खिलाफ लड़े विपक्षी दलों के उम्मीदवारों सहित निर्दलियों का भी आभार जताया।
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