लखनऊ। पंचांग तिथि ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या को आज महिलाओं ने वट सावित्री पूजा को किया। ज्योतिषी गणना के अनुसार इस तिथि पर महिलाओं के पूजा करने से मन से भय मुक्ति, संसारिक सुख और अच्छे ज्ञान की प्राप्ति होगी। यह तिथि चार अद्भुत संयोग बनाने वाली है। लखनऊ के जाने माने ज्योतिषी आनन्द दुबे ने बताया कि अमावस्या तिथि अपराह्न तीन बजकर 31 मिनट तक ही है। इसमें चार अद्भुत संयोग बन रहें है, जिससे जीवन में सुधार होना तय है। इस तिथि में सोमवती अमावस्या, स्वार्थ सिद्धी योग, अमृत सिद्धी योग और त्रिग्रही योग एक साथ बन रहा है। जिसमें पूजा करने से विभिन्न प्रकार के संसारिक सुख प्राप्त होंगे।
उन्होंने बताया कि जिन राशि का स्वामी शनि है और वे इस तिथि में पूजा करते है तो उनके शत्रु विपत्ति में आ जायेंगे। जबकि राशि स्वामी शनि उसके जीवन को सुधारने का कार्य करेगा। क्योकिं अंग्रेजी कलेन्डर के अनुसार तीन जून को अर्थात ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या को शनि जयंती भी है। उन्होंने बताया कि आज के दिन महिलाएं वट सावित्री की पूजा करती है। अगर पुरुष पूजा नहीं करते है तो महिलाओं के पूजा करने से भी सभी प्रकार के सुख की प्राप्ति होगी। यहां यह जरुरी नहीं कि पुरुष पूजा करें। पुरुष पूजा में कुछ भी सहयोग करते है तो वह पूजा में सहयोगी बनकर प्राप्ति योग प्राप्त करते हैं।
वट सावित्री पूजा का व्रत रखकर महिलाओं ने पूजा की। इसके लिए बरगद के पेड़ के पास सुबह से ही महिलाओं की भीड़ लग गई। महिलाओं ने विधि विधान से पूजा की। पूजा करने के बाद ही उन्होंने जल ग्रहण किया। इस दौरान खरबूजा फल को प्रसाद के रुप में महिलाओं ने वट वृक्ष को चढ़ाया।
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