मॉस्को : आर्कटिक के पास गहरे पानी में समुद्र तल के सर्वेक्षण करते हुए एक रूसी पनडुब्बी में आग लग जाने के कारण 14 रूसी नाविकों की मौत हो गई। यह जानकारी रूसी रक्षा मंत्रालय ने दी। समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, रूसी मीडिया आउटलेट आरबीसी के हवाले से बताया गया है कि यह विशेष अभियान के लिए प्रयोग होने वाली लघु परमाणु पनडुब्बी थी। विदित हो कि अगस्त, 2000 के बाद से नौसैनिक पनडुब्बी की यह सबसे ज्यादा भयानक दुर्घटना हुई है।उस समय परमाणु पनडुब्बी कुरस्क बेरेंट समुद्र में डूब गई थी जिसमें 118 लोगों की मौत हो गई थी।
ताजा घटना भी बैरेंट समुद्र के आसपास के क्षेत्र में ही हुई है। पास के नार्वे के अधिकारियों ने कहा कि वह निगरानी कर रहे थे, लेकिन असामान्य रूप से उच्च स्तर के रैडिएशन का पता नहीं चला है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने इसे नौसेना के लिए बड़ा नुकसान बताया है। पुतिन ने कहा, ‘हमारी संवेदनाए मृतकों के परिवारों के साथ हैं। हमसे जो बनेगा हम उनके लिए करेंगे।’ उन्होंने रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु को तुरंत सेवेरोमॉस्क जाने का आदेश दिया है और कारणों का पता लगाकर उन्हें रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है।
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