इस बार भाई-बहन के पवित्र राखी के त्योहार पर बहने अपने भाइयों की कलाइयों पर रिंगाल से निर्मित राखियां बांधेंगी। हस्तशिल्प के क्षेत्र में पिथौरागढ़ जिले में अभिनव प्रयोग कर रही उत्तरापथ संस्था रिंगाल से निर्मित राखियां बाजार में बिक्री के लिए उतारेंगी। मुनस्यारी के जैंती गांव में 25 महिलाएं राखी बनाने के काम में जुटी हुई हैं। संस्था रिंगाल से दस से अधिक प्रकार की फैंसी सामग्री तैयार कर रही है। इससे पर्यावरण के लिए खतरा बन चुके प्लास्टिक का प्रयोग कम होने के साथ रिंगाल उद्योग को फिर से बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

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