
सड़कें बंद, दफ्तरों और घरों में घुसा पानी
शिमला : हिमाचल प्रदेश में मानसून की सक्रियता से वर्षा का दौर जारी है। राज्य के मैदानी भागों में मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जगह-जगह भूस्खलन से 186 सड़कें अवरूद्ध हो गई हैं। ऊना में मानसून की पहली भारी बारिश हुई। बीते 24 घंटों के दौरान ऊना में रिकार्ड 226 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा हमीरपुर के मैहरे में 126 और सिरमौर के पांवटा साहिब में 88 मिलीमीटर बारिश हुई। अंब में 77, बरठीन में 73 व काहू में 54 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। ऊना में भारी बारिश ने कोहराम मचा दिया। ऊना के डीसी व एसपी कार्यालयों, मिनी सचिवालय और कई घरों में पानी घुस गया। कुर्सियां, मेज सब कुछ लबालब पानी में तैरते रहे। यहां तक कि उपायुक्त के सरकारी आवास में भी दो से तीन फुट पानी भर गया।
जिला प्रशासन इस प्राकृतिक आपदा से निपटने को लेकर पहले से बिलकुल भी तैयार नहीं दिखा। सुबह पांच बजे से लोग बारिश की मार को झेल रहे थे, लेकिन प्रशासनिक अमले को हरकत में आने में करीब चार से पांच घंटे लग गए। सोलन जिला में धर्मपुर व सनवारा के बीच मलबा गिरने से कालका-शिमला रेल मार्ग पर कई घंटे रेलों की आवाजाही ठप रही। इस कारण शिमला आने-जाने वाले पर्यटकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। मंडी जिला के अनेक हिस्सों में इस मूसलाधार बारिश से ल्हासे गिरने और पेड़ गिरने से रास्ते और बिजली आपूर्ति बाधित रही। सुंदरनगर में शुक्रवार को एक पेड़ कार पर जा गिरा। सुंदरनगर बीएसएल जलाशय पर स्थित शीशमहल के समीप सुरक्षा गारद भवन के साथ ग्रांउड में पार्क की गई एक मारूति आल्टो कार नंबर एचपी-31ए-6311 पेड़ के धराशायी होने से क्षतिग्रस्त हो गई। इस घटना में किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ।
Shaurya Times | शौर्य टाइम्स Latest Hindi News Portal