तीन दिन तक भारी बारिश की चेतावनी
शिमला : हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार वर्षा के दौरान हुए भारी भूस्खलन से 255 सड़कों पर आवागमन बंद हो गया है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव मंडी जोन में पड़ा है। जोन में 123 सड़कें बंद हो गई हैं। शिमला जोन में 89, कांगड़ा जोन में 26 और हमीरपुर में 17 सड़कें अवरुद्ध हैं। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोकनिर्माण विभाग का अमला सड़कों को खोलने में जुटा हुआ है। इस बीच मौसम विभाग ने 11, 12 व 13 अगस्त को राज्य के मैदानी और मध्य पर्वतीय इलाकों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। उधर, भारी वर्षा के कारणों नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। शिमला, किन्नौर और सिरमौर जिलों में तीन बांधों में जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है।
सिरमौर में गिरी नदी पर बने जटौन बांध का जलस्तर खतरे के निशान को छू गया है। इस वजह से शुक्रवार को बांध से प्रति घंटा 25 क्यूमिक्स पानी छोड़ना पड़ा। सतलुज नदी पर बने नाथपा बांध से दो हजार क्यूमिक्स और कड़च्छम बांध से 1700 क्यूमिक्स पानी छोड़ा गया है। सतलूज में सिल्ट की मात्रा बढ़ने से दोनों बांधों पर बने पावर प्रोजेक्टों में विद्युत उत्पादन बंद हो गया है। प्रशासन ने नदी किनारे आने वाली पंचायतों को एहतियात बरतने को कहा है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि राज्य में अगले 24 घंटों में भी बारिश का अनुमान है। उन्होंने 11, 12 व 13 अगस्त को राज्य के मैदानी तथा मध्यवर्ती इलाकों में भारी वर्षा की चेतावनी का अलर्ट जारी किया है।
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