लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चन्द्रमोहन ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में रक्षा उत्पादन इकाइयों के लिए डिफेंस कॉरिडोर की स्थापना का निर्णय लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वास्तव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व क्षमता में विश्वास जताया था। इसी विश्वास पर खरा उतरने के लिए मुख्यमंत्री ने पूरी ताकत झोंक दी है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश की भाजपा सरकार के सुशासन का ही प्रतिफल है कि डिफेंस कॉरिडोर में निवेश के लिए छत्तीस से अधिक कम्पनियों ने अपनी रुचि दिखाई है। यूपी से गुजरने वाले डिफेंस कॉरिडोर में वैसे तो छह जिले शामिल हैं, लेकिन इसे बुंदेलखंड के लिए भाग्यरेखा के रूप में देखा जा रहा है। जिस तेजी के साथ प्रदेश की भाजपा सरकार ने डिफेंस कॉरिडोर के लिए जमीन का इंतजाम करना शुरू किया है उसने विरोधियों के हौसले पस्त कर दिए हैं। विपक्षी नेताओं को प्रदेश सरकार की विकासवादी नीतियां इस कदर चुभ रही हैं कि वह यूपी की हर विकास योजनाओं को अपना बताकर अपनी कुंठा शांत कर रहे हैं।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इनमें सबसे ऊपर हैं। सपा सरकार में फैले गुंडाराज ने निवेशकों में खौफ भर दिया था। वे यूपी में आने से कतराते थे लेकिन योगी आदित्यनाथ की सरकार ने जिस तरह से प्रदेश में शांति स्थापित की है उससे निवेशक यूपी में आने को आतुर बैठे हैं। इसी बदले माहौल के चलते केंद्र सरकार ने अगले वर्ष फरवरी में डिफेंस एक्सपो का आयोजन करने के लिए लखनऊ को ही चुना है। डॉ. चन्द्रमोहन ने कहा कि यह विश्व में यूपी की बदली छवि का ही नतीजा है कि रक्षा उत्पादों की नामचीन विदेशी कंपनियों ने भी लखनऊ के डिफेंस एक्सपो में शिरकत करने की इच्छा जताई है। डिफेंस एक्सपो का आयोजन यूपी के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा और प्रदेश में विकास का पहिया खूब तेजी से घूमेगा।
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