राजधानी लखनऊ आये दिग्गज कांग्रेस नेता ने लगाये आरोप
लखनऊ : कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह मंगलवार राजधानी लखनऊ में थे। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने के फैसले को अनुचित ठहराया। उन्होंने मंगलवार को यहां आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के राज्यपाल ने केंद्र सरकार के दबाव में गलत फैसला लिया। दिग्विजय सिंह मंगलवार राजधानी लखनऊ में थे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को आज रात 8.30 बजे तक का समय दिया था। फिर अचानक ऐसी कौन बात हुई जो उन्होंने राष्ट्रपति शासन की संस्तुति कर दी। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि यह सब कुछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के दबाव में किया गया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल पहले सही प्रक्रिया का पालन कर रहे थे। इसी के क्रम में उन्होंने पहले सबसे बड़े दल भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। भाजपा द्वारा सरकार बनाने में असमर्थता दिखाने के बाद उन्होंने दूसरे बड़े दल शिव सेना को बुलाया। इसके बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को समय दिया गया, जो आज रात साढ़े आठ बजे तक का था। लेकिन, इसके बीच ही उन्होंने अचानक राष्ट्रपति शासन की संस्तुति कर दी, जो पूरी तरह से अनुचित है। उन्होंने आरोप लगाया कि अब भाजपा विधायकों की खरीद फरोख्त करेगी। एक सवाल के जवाब में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवसेना और कांग्रेस पार्टी व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विचार आपस में नहीं मिलते, लेकिन शिवसेना ने अपने में अब बहुत परिवर्तन किया है। ऐसे में उसके प्रति अन्य दलों की सहानुभुति बढ़ी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने शिव सेना को धोखा दिया है। अयोध्या मामले में कांग्रेस नेता ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सरकार अब बेरोजगारी पर ध्यान दे। उन्होंने भाजपा सरकार को मजदूर विरोधी बताया और कहा कि सरकारी संस्थाओं को निजी हाथों में बेचा जा रहा है, यह सरकार की कर्मचारी और मजदूर विरोधी नीति के चलते हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि दूसरी तरफ सरकार कारपोरेट घरानों का करोड़ों का कर्ज माफ कर रही है। इससे देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है।
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