लखनऊ : राजधानी सहित प्रदेश के कई शहरों में गुरुवार को हुए उपद्रव के कारणों का पता लगाने में खुफिया विभाग और पुलिस जुट गयी है। अभी तक की रिपोर्ट के अनुसार यह बड़ी साजिश का हिस्सा था। कई शहरों में उपद्रव फैलाने के लिए बाहर से युवक और युवतियां बुलाए गये थे। प्रथम दृष्टया सूचना मिली है कि बाहर से आकर ये लोग होटलों में भी ठहरे हुए थे और लोगों को भड़काने की पूरी साजिश की गयी। पुलिस अब उन लोगों की तलाश कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार बहुत जल्द ही कुछ बड़े नामों का भी खुलासा हो सकता है। उपद्रवियों में कॉलेज जाने वाले युवक-युवतियों को देख पुलिस ने कदम-कदम पर संयम से काम लिया। पुलिस अधिकारियों के समझाने के प्रयास के बावजूद उपद्रवी उग्र बने रहे। वहां उपस्थित उपद्रवियों में कुछ बाहरी लोगों की भी पहचान कर ली गयी है। स्थिति को हिंसक बनाने के लिए उन लोगों ने पहले ही कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उपद्रव करने वाले इन युवाओं के हाथ में एक-दो महिलाएं अंग्रेजी में भी भाषण दे रही थी । उनके भाषण में स्पष्ट झलक रहा था कि वे उग्र प्रदर्शन के लिए उकसा रहे थे। पुलिस के समझाने के बाद राष्ट्रगान गाने लगे। इसके साथ ही भारत मां के जयकारे लगाने लगे। पुलिस ने परिवर्तन चौक को जाने वाले मार्ग पर बैरीकेडिंग कर दी। हंगामा कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया तो वह धक्का-मुक्की करने लगे। पुलिस ने लाठियां पटकीं तो वे छीनाझपटी पर उतारू हो गए। लाठीचार्ज पर कुछ हनुमान सेतु मंदिर में घुस गए। कुछ लखनऊ विश्वविद्यालय की बाउंड्री वॉल फांदकर अंदर गए तो कुछ ने विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन पर शरण पाई। हालांकि, पुलिस ने उन्हें निकाल कर भगा दिया। इसके बाद आइटी चौराहे की ओर चले गए। कुछ को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले जाया गया।
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