शीर्ष बोइंग अधिकारी ने बताया कि भारत की ओर से वैश्विक एयरोस्पेस उद्योग के लिए विकास और उत्पादकता के अवसर उपलब्ध कराए गए हैं और इससे भारत और अमेरिका के बीच रक्षा व्यापार और साझेदारी के बढ़ने की असाधारण संभावना है।
बोइंग डिफेंस के वैश्विक मार्केटिंग के वाइस प्रेसिडेंट डेनिस डी स्वानसन ने बताया कि पिछले कुछ सालों में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग में वृद्धि देखी गई। यह वृद्धि अमेरिका और भारत के रक्षा क्षेत्रों में बढ़ती रूचि का परिणाम है। उन्होंने यह बात अंतरराष्ट्रीय जियो-स्ट्रैटजिक (geo-strategic) स्तर पर कहा। स्वानसन ने कहा, ‘अमेरिका-भारत के रक्षा व्यापार और रक्षा-औद्योगिक भागीदारी के मोर्चे पर असाधारण वृद्धि की संभावना है।’
इस माह के आरंभ में विमान निर्माता कंपनी लॉकहीड मार्टिन एयरोनॉटिक्स के उपाध्यक्ष विवेक लाल ने कहा था कि भारत और अमेरिका के बीच इंडस्ट्रियल सिक्युरिटी एग्रीमेंट (आइएसए) से दोनों देशों के कारोबार में भारी बढ़ोतरी होगी और इससे अमेरिकी व भारतीय कंपनियां उन्नत तकनीक का हस्तांतरण कर पाएंगी।
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