कोरोना वायरस मामलों में उछाल आने के बाद ईरान ने नागरिकों पर सख्ती शुरू कर दी है. सरकार ने मास्क नहीं पहननेवालों पर जुर्माना लगाने का ऐलान किया है. साथ ही स्वास्थ्य के प्रोटोकॉल का पालन नहीं करनेवाले उद्योग, प्रतिष्ठानों को भी नहीं छोड़ा है.
ईरान में मास्क पहनना जरूरी
ईरान में कोरोना वायरस संक्रमण के करीब 5 लाख मामले होने जा रहे हैं. वहीं, मौत का आंकड़ा 28 हजार से ज्यादा हो चुका है. अमेरिकी प्रतिबंध झेलने के बावजूद रूहानी सरकार ने जुर्माना लगाने का फैसला किया है. जुर्माने की राशि अलग-अलग रखी गई है. मास्क नहीं पहनने वाले नागरिक को जुर्माने के तौर पर 1.60 डॉलर भरना होगा. जबकि सरकार की स्वास्थ्य संबंधी गाइडलाइन्स का पालन नहीं करनेवाले उद्योग, प्रतिष्ठानों को 32.80 डॉलर देना होगा.
उप स्वास्थ्य मंत्री ईराज हरीरची ने कहा, “गैर आपातकालीन मरीजों को कुछ समय के लिए अस्पताल में भर्ती होने की इजाजत नहीं दी जाएगी क्योंकि अस्पतालों में सख्त बेड की किल्लत हो गई है.” 3 अक्टूबर को सरकार ने पहले ही राजधानी तेहरान के स्कूल, दुकान, मस्जिद, कॉलेज, रेस्टोरेंट और अन्य सार्वजनिक स्थलों को बंद कर दिया है. राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कोविड-19 पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, “पुलिस, अर्ध सैनिक बल और स्वास्थ्य अधिकारियों को नियमों का उल्लंघन करनेवालों पर जुर्माना लगाने का अधिकार होगा.
जुर्माने की राशि अलग-अलग निर्धारित
निमयों की अवहेलना करने पर पकड़े गए लोगों को स्वास्थ्य मंत्रालय के खाते में जुर्माना भरने की मोहलत दो सप्ताह रहेगी.” इससे पहले ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि करीब पूरा मुल्क कोविड-19 के ‘रेड अलर्ट’ पर है. ईरान ने इराक जानेवाली उड़ान सेवा को बैन कर दिया है. सिर्फ सालाना धार्मिक यात्रा पर पड़ोसी मुल्क की यात्रा को जानेवालों के लिए इजाजत होगी.
Shaurya Times | शौर्य टाइम्स Latest Hindi News Portal