लखनऊ। सुख-समृद्धि के त्योहार धनतेरस के साथ गुरुवार को पांच दिवसीय दीप पर्व का आगाज हो गया। हालांकि, ज्योतिषियों के हिसाब से इस बार धनतेरस का मुहूर्त गुरुवार और शुक्रवार दोनों दिन है, लेकिन उत्तर प्रदेश में पर्व पहले दिन ही जमकर धनवर्षा हुई। अकेले राजधानी लखनऊ में देर शाम तक 2000 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान लगाया गया। राजधानी के हजरतगंज, अमीनाबाद, चैक, आलमबाग समेत अधिकतर बाजारों में आज सुबह से देर रात तक ग्राहकों की ठसाठस भीड़ रही। इस दौरान लोगों ने बर्तनों, आभूषणों इलेक्ट्रॉनिक्स के सामानों की जमकर खरीदारी की। सर्राफा के दुकानों से सोने-चांदी के गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां और सिक्के भी खूब बिके। गोमतीनगर के एक शोरूम से 18 लाख का डायमंड का सेट बिका।
इसके अलावा आज राजधानी में ऑटो मोबाइल और रियल एस्टेट सेक्टर की भी चांदी रही। मिठाई और ड्राई फ्रूट की दुकानों पर तो देर रात तक लोगों की भीड़ दिखी। मोबाइल कारोबारी रतन कुमार की माने तो गुरुवार को करीब 60 लाख रुपये के मोबाइल बिक गये। लखनऊ व्यापार मंडल के महामंत्री पवन मनोचा ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि धनतेरस के मौके पर आज होम थियेटर और वॉशिंग मशीन की लूट मची रही। अधिकतर कारोबारी का स्टॉक खत्म हो गया। करीब 380 करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि पूरे लखनऊ में गुरुवार को करीब दो हजार करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है।
राजधानी लखनऊ के अलावा उप्र के विभिन्न अन्य प्रमुख नगरों में भी धनतेरस के मौके पर आज हजारों करोड़ रुपये के कारोबार की खबर है। प्रयागराज से मिली जानकारी के अनुसार वहां धनतेरस से एक दिन पहले ही शहर के सभी प्रमुख बाजार सज गए थे। आज ऑटो मोबाइल, सराफा, इलेक्ट्रानिक्स, बर्तन और मोबाइल बाजार में अच्छी बिक्री हुई। बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि धनतेरस के दिन प्रयागराज में एक हजार करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ। इसी तरह वाराणसी, मेरठ, कानपुर, आगरा, मथुरा समेत प्रदेश के अन्य नगरों में भी आज लोगों ने जमकर धनतेरस की खरीदारी की। इस बार परंपरागत खरीददारी से हटकर इलेक्ट्रॉनिक एवं गैजेट्स की खरीदारी के लिए लोगों का खासा रुझान दिखाई दिया। चाइनीज उत्पादों की जगह मिट्टी से बने उत्पादों को खास तबज्जो मिली।
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