20 लाख रुपये की पुरस्कार राशि हड़पने के लिए हुआ शोपियां एनकाउंटर
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के शोपियां में पिछले साल 18 जुलाई को हुआ एनकाउंटर पूरी तरह फर्जी पाए जाने के बाद अब पुलिस ने आर्मी के कैप्टन और 4 जवानों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इसमें उन दो नागरिकों को भी आरोपित बनाया गया है जिन्होंने इस मामले में मुखबिरी की थी और इस समय जेल में हैं। यह फर्जी एनकाउंटर 20 लाख रुपये की पुरस्कार राशि हड़पने के लिए किया गया था। दूसरी तरफ सेना ने भी कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी पूरी करने के बाद कैप्टन और चारों जवानों के खिलाफ अलग से कोर्ट मार्शल की कार्यवाही शुरू की है। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने भी कहा था कि भारतीय सेना अपने पेशेवर अंदाज के लिए जानी जाती है और वह इसके लिए प्रतिबद्ध है। हिंसा प्रभावित इलाकों के लिए बनाई गईं गाइडलाइंस में हमारी जीरो टोरलेंस की नीति है, इसलिए ऐसी गलती बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सेना ने 18 जुलाई, 2020 को जम्मू-कश्मीर के शोपियां में एक मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकियों को ढेर किये जाने का दावा किया था। इस एनकाउंटर में मारे गये तीनों लोगों की पहचान सेना ने नहीं बताई थी। इसी बीच पुंछ में राजौरी इलाके के कोटरांका में धार सकरी गांव के तीन युवकों के परिजनों ने उनके लापता होने की पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। लापता युवकों में इम्तियाज अहमद (26), इबरार अहमद (18) और इबरार अहमद (21) शामिल हैं। इनके परिवार ने पुलिस को बताया कि तीनों युवकों से आखिरी बार 16 जुलाई को बात हुई थी। ये तीनों युवक मुख्य रूप से सेब और अखरोट के कारोबार से जुड़े थे। अंतिम बातचीत में युवकों ने उन्हें बताया था कि शोपियां के आशिपुरा में किराए का एक कमरा मिल गया है। अगले दिन उसी जगह पर मुठभेड़ हुई और उसके बाद से तीनों के बारे में कोई खबर नहीं है।
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