लखनऊ : ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले भारतीय छात्रों के लिए पहला डिजिटल सॉल्यूशन्स प्लेटफ़ॉर्म निवीकैप लॉन्च हो गया है।इस पहल को मजबूत करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर और पूर्व कोच जस्टिन लैंगर को ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया है।
ज़िकसु ऑस्ट्रेलिया के संस्थापक कार्तिक श्रीनिवासन द्वारा विकसित निवीकैप एक सुरक्षित, पारदर्शी और नॉन-बैंकिंग डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है, जो छात्रों व अभिभावकों को प्री-एडमिशन से पोस्ट-अराइवल तक एकीकृत सहायता प्रदान करता है। इसमें लोन डिस्कवरी, आवेदन सहायता, फ़ॉरेक्स मार्गदर्शन और पोस्ट-अराइवल सपोर्ट जैसी सुविधाएँ शामिल हैं।
भारत अब ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है। 2025 में लगभग 1,37,703 भारतीय छात्रों ने वहाँ अध्ययन प्रारंभ या जारी रखा। बढ़ती मांग के बावजूद, जटिल वित्तीय प्रक्रियाएँ अभी भी छात्रों, खासकर टियर-2 और टियर-3 शहरों के परिवारों के लिए चुनौती बनी हुई हैं। निवीकैप इस यात्रा को सरल, पारदर्शी और भरोसेमंद बनाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
संस्थापक कार्तिक श्रीनिवासन ने कहा कि उन्होंने स्वयं भारत से ऑस्ट्रेलिया तक की कठिन यात्रा का अनुभव किया है—दस्तावेज़ी चुनौतियाँ, वित्तीय प्रक्रियाएँ और भावनात्मक दबाव। यही अनुभव निवीकैप के निर्माण का आधार बना, ताकि छात्र अपने सपनों को बिना किसी बाधा के पूरा कर सकें।
ब्रांड एंबेसडर जस्टिन लैंगर ने कहा कि निवीकैप छात्रों और अभिभावकों के लिए एक भरोसेमंद साथी है, जो उन्हें आत्मविश्वास और सुरक्षा देता है।
ऑस्ट्रेड के दक्षिण एशिया प्रमुख मुकुंद नारायणमूर्ति ने इसे भारत–ऑस्ट्रेलिया शिक्षा संबंधों को मजबूत करने वाला महत्वपूर्ण कदम बताया।
पहले चरण में निवीकैप शिक्षा-लोन सुविधा उपलब्ध करा रहा है। जल्द ही फ़ॉरेक्स सेवाएँ और पोस्ट-अराइवल सपोर्ट भी जोड़े जाएंगे, जिससे यह भारतीय छात्रों के लिए पूर्ण शिक्षा-सहायता इकोसिस्टम बन जाएगा।
Shaurya Times | शौर्य टाइम्स Latest Hindi News Portal