जोश पर भारी अनुभव

साफ है, जीत की जो स्क्रिप्ट चेन्नई सुपरकिंग्स ने 3 विकेट हाथ में रहते अपने अनभवी सिपाहलारों के दम पर लिख दी, उसी स्टोरी को दोहराने में राजस्थान की  युवा फौज के 7 विकेट शेष रहने के बावजूद पसीने छूट गए.   नतीजा, ये रहा कि वो चेन्नई की तरह चमक भी नहीं सके और खिताबी रेस से बाहर भी हो गए. ये इस बात का प्रमाण भी है कि अनुभव का कोई विकल्प नहीं हो सकता.