जम्मू : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज श्री अमरनाथ की यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई। इसी के साथ अमरनाथ यात्रा आरंभ हो गई। उपराज्यपाल सिन्हा ने इससे पहले जम्मू के यात्री निवास बेस कैंप में पूजा-अर्चना की। बेस कैंप से तीर्थयात्रियों के रवाना होते ही हर-हर महादेव और बम-बम भोले के जयकारे गूंजे।
जम्मू स्थित भगवती नगर आधार शिविर से आज सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच कुल 5892 श्रद्धालु घाटी के लिए रवाना हुए। इसमें 2487 श्रद्धालु बालटाल मार्ग के लिए जबकि 3403 पहलगाम मार्ग के लिए रवाना हुए। कश्मीर घाटी से श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा की यात्रा तीन जुलाई को शुरू होगी। यात्रा बालटाल और पहलगाम मार्ग से संचालित की जा रही है। जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग तीर्थयात्रियों के लिए मंदिर जाने का प्रमुख मार्ग है।
अमरनाथ तीर्थयात्रियों के प्रथम जत्थे में शामिल शालू ने कहा कि शानदार व्यवस्था की गई है। वह पूरी तरह सुरक्षित महसूस कर रही हैं। एक अन्य श्रद्धालु आकांक्षा ने कहा कि हमने पहले जत्थे का हिस्सा बनने की योजना बनाई थी। हमें डर नहीं था और हम जानते थे कि सुरक्षा पर्याप्त होगी। व्यवस्था बहुत अच्छी है। श्रद्धालु सुमन घोष ने कहा कि हम प्रार्थना करते हैं कि सभी को शांति से दर्शन मिलें। डरने की कोई बात नहीं है। भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा बल यहां मौजूद हैं।
इस अवसर पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि तीर्थयात्रियों के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन, श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड और जम्मू-कश्मीर के निवासियों ने अपने कर्तव्यों का बखूबी पालन किया है। 2022 से अमरनाथ यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं में सुधार किया गया है। गुफा तक जाने वाले दोनों मार्ग पहले छह फीट चौड़े थे जो अब 12 फीट चौड़े हैं। मार्ग पर पहले अंधेरा रहता था अब ग्रिड कनेक्टिविटी स्थापित हो गई है।
उन्होंने कहा कि पूरे रास्ते में दूरसंचार कनेक्टिविटी हो गई है। यात्रा के लाइव फीड के लिए उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे लगाए गए हैं। राजभवन और पुलिस नियंत्रण कक्ष में एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र से यात्रा की 24/7 निगरानी की जाएगी। आरएफआईडी-आधारित ट्रैकिंग प्रणाली स्थापित की गई है।
भाजपा नेता सत शर्मा ने कहा कि हजारों श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए यहां आए हैं। दो महीने पहले अलग माहौल बना था लेकिन आज हम देख सकते हैं कि श्रद्धालु किस तरह बाबा भोले के नारे लगा रहे हैं। लोगों को भरोसा है कि वे सुरक्षित हाथों में हैं।