नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रवार को त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कंगालू ने अपने देश के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो’ से सम्मानित किया। यह सम्मान पाने वाले वे पहले विदेशी नेता हैं। यह प्रधानमंत्री मोदी को किसी देश की ओर से मिला 25वां सम्मान है।
सम्मान ग्रहण करते हुए प्रधानमंत्री ने इसे न केवल सम्मान, बल्कि द्विपक्षीय संबंधों की नई जिम्मेदारी के रूप में भी स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि त्रिनिदाद और टोबैगो कैरी-कॉम (कैरेबियाई समुदाय) ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत का एक करीबी और भरोसेमंद साझेदार है। दोनों देशों का सहयोग विशेष रूप से ग्लोबल साउथ के लिए उपयोगी है।
प्रधानमंत्री ने समारोह में अपने उद्बोधन में सांस्कृतिक संबंधों पर भी प्रकाश डाला और कहा कि दोनों देशों के रिश्तों में क्रिकेट का रोमांच और त्रिनिदाद पीपर का तड़का भी है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारतीय मूल के लोग त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय परंपरा, संस्कृति और मूल्यों को जीवित रखे हुए हैं। राष्ट्रपति कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर को उन्होंने भारतीय समुदाय की सबसे बड़ी सांस्कृतिक प्रतिनिधि बताया।
उन्होंने राष्ट्रपति कंगालू के तमिलनाडु से संबंध और संत तिरुवल्लुवर का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि संत तिरुवल्लुवर जी ने कहा था कि मजबूत देशों के पास 6 चीजें होनी चाहिए- वीर सेना, देशभक्त नागरिक, संसाधन, अच्छे जन प्रतिनिधि, मजबूत डिफेंस और ऐसे मित्र देश जो हमेशा साथ खड़े रहें।
प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो की सरकार और जनता के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान भारत के 140 करोड़ नागरिकों के लिए साझा गौरव का प्रतीक है और दोनों देशों की गहरी मित्रता को दर्शाता है।