चीन और नेपाल ने गुरुवार को 14 और समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें नेपाल में रेलवे नेटवर्क तैयार करने का समझौता प्रमुख है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली इन दिनों चीन की यात्रा पर हैं। उन्होंने बुधवार को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की थी। राष्ट्रपति शी ने उन्हें नेपाल के विकास में पूरे सहयोग का भरोसा दिया था।चीन और नेपाल ने गुरुवार को 14 और समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें नेपाल में रेलवे नेटवर्क तैयार करने का समझौता प्रमुख है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली इन दिनों चीन की यात्रा पर हैं। उन्होंने बुधवार को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की थी। राष्ट्रपति शी ने उन्हें नेपाल के विकास में पूरे सहयोग का भरोसा दिया था।  दोनों देशों के बीच हुए समझौतों के बारे में चीनी मीडिया ने विस्तृत जानकारी नहीं दी है। लेकिन नेपाली अखबार काठमांडू पोस्ट ने बताया है कि दोनों देशों के बीच दस समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं और चार एमओयू पर दस्तखत हुए हैं। दोनों देशों ने ऊर्जा सहयोग पर हस्ताक्षर किए हैं।  इसके साथ ही नेपाल अपने हित के लिए तिब्बत के राजमार्गों का इस्तेमाल कर सकेगा। दोनों देशों के बीच आर्थिक और तकनीक सहयोग के अतिरिक्त मानव संसाधन विकास के लिए भी समझौता हुआ है। दोनों देशों के बीच बुधवार को 2.4 अरब डॉलर (16,276 करोड़ रुपये) के आठ समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे। इनमें कई समझौते बुनियादी सुविधाओं के विकास के हैं।  इन समझौतों में महत्वपूर्ण बात यह है कि तिब्बत और नेपाल को रेलमार्ग से जोड़ा जाएगा। इससे नेपाल के व्यापार को काफी बढ़ावा मिलने की संभावना है। राष्ट्रपति शी ने प्रधानमंत्री ओली के साथ वार्ता में तिब्बत को काठमांडू से जोड़ने का आश्वासन दिया है। इन समझौतों के जरिये चीन नेपाल को बड़े रेलवे और रोड नेटवर्क से संपन्न बनाएगा। राष्ट्रपति शी ने बुधवार को नेपाल को वन बेल्ट-वन रोड परियोजना का हिस्सा बनाने की घोषणा की थी।

दोनों देशों के बीच हुए समझौतों के बारे में चीनी मीडिया ने विस्तृत जानकारी नहीं दी है। लेकिन नेपाली अखबार काठमांडू पोस्ट ने बताया है कि दोनों देशों के बीच दस समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं और चार एमओयू पर दस्तखत हुए हैं। दोनों देशों ने ऊर्जा सहयोग पर हस्ताक्षर किए हैं।

इसके साथ ही नेपाल अपने हित के लिए तिब्बत के राजमार्गों का इस्तेमाल कर सकेगा। दोनों देशों के बीच आर्थिक और तकनीक सहयोग के अतिरिक्त मानव संसाधन विकास के लिए भी समझौता हुआ है। दोनों देशों के बीच बुधवार को 2.4 अरब डॉलर (16,276 करोड़ रुपये) के आठ समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे। इनमें कई समझौते बुनियादी सुविधाओं के विकास के हैं।

इन समझौतों में महत्वपूर्ण बात यह है कि तिब्बत और नेपाल को रेलमार्ग से जोड़ा जाएगा। इससे नेपाल के व्यापार को काफी बढ़ावा मिलने की संभावना है। राष्ट्रपति शी ने प्रधानमंत्री ओली के साथ वार्ता में तिब्बत को काठमांडू से जोड़ने का आश्वासन दिया है। इन समझौतों के जरिये चीन नेपाल को बड़े रेलवे और रोड नेटवर्क से संपन्न बनाएगा। राष्ट्रपति शी ने बुधवार को नेपाल को वन बेल्ट-वन रोड परियोजना का हिस्सा बनाने की घोषणा की थी।