दिल्ली: कुछ ही समय में फुटबॉल वर्ल्डकप शुरू होने वाला है. लेकिन इससे पहले विश्व कप शुरू होने से पांच सप्ताह पहले फीफा ने सेंट पीटर्सबर्ग में खेले गए एक मैच के दौरान फ्रांसीसी खिलाड़ी के खिलाफ प्रशंसकों की नस्ली टिप्पणी के लिए रूसी फुटबाॅल महासंघ पर 30,000 स्विस फ्रैंक का जुर्माना लगा दिया है. फ्रांस की मार्च में रूस में खिलाफ मैत्री मैची में 3-1 से जीत के दौरान पॉल पोग्बा सहित अश्वेत खिलाडिय़ों के लिये नस्ली टिप्पणी की गयी.
रूस विश्व कप में ग्रुप चरण का अपना शुरुआती मैच 19 जून को मिस्र के खिलाफ सेंट पीटर्सबर्ग में ही खेलेगा. मेजबान देश इसके अलावा ग्रुप ए में सऊदी अरब और उरूग्वे से भी खेलेगा. बता दें कि यह मैच उस स्टेडियम में खेला गया जहां विश्व कप के सात मैच होने हैं. फीफा ने कहा कि उसके अनुशासनात्मक पैनल ने इस घटना को गंभीरता से लिया हालांकि इसमें बहुत कम प्रशंसक शामिल थे.
नस्ल विरोधी समूह ‘किक इट आउट’ का कहना है कि फीफा के कड़ी कार्रवाई नहीं कर पाने के कारण आगे भी उन मैचों में अश्वेत खिलाडिय़ों के खिलाफ नस्ली टिप्पणियां की जा सकती हैं जिनमें रूस खेल रहा हो. गौरतलब हो कि रूस विश्व कप में ग्रुप चरण का अपना पहला मैच 19 जून को मिस्र के खिलाफ सेंट पीटर्सबर्ग में ही खेलेगा. मेजबान देश इसके अलावा ग्रुप ए में सऊदी अरब और उरूग्वे से भी खेलेगा होगा.
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