Road Show : ओवैसी के गढ़ में गरजे योगी, हैदराबाद को भाग्यनगर बनाने आया हूं!

गूंजा ‘आया आया शेर आया’ का नारा, छतों से फूलों की बारिश

तेलंगाना : हैदराबाद में होने वाले निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के हैदराबाद दौरे के बाद अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी राज्य के मल्काजगीरी में रोड शो किया। योगी ने रोड शो के दौरान कहा कि हम सबको यह तय करना है कि एक परिवार और मित्र मंडली को लूट खसोट की आजादी देनी है या फिर हैदराबाद को भाग्यनगर बनाकर विकास की नई बुलंदियों पर ले जाना है। मित्रों यह आपको तय करना है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ लोग पूछ रहे थे कि क्या हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर किया जाएगा? मैंने कहा- क्यों नहीं, बीजेपी के सत्ता में आने के बाद जब फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या हो गया, इलाहाबाद का नाम प्रयागराज हो गया तो फिर हैदराबाद का नाम भाग्यनगर क्यों नहीं हो सकता है।’ इस दौरान सीएम योगी का जबर्दस्त स्वागत किया गया। ‘आया आया शेर आया’ का नारा गूंजा और लोगों ने छतों से फूल बरसाये।

उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम के दो भाई हमेशा उलटा बोलते हैं और टीआरएस को एआईएमआईएम जैसे नमूने अराजकता फैलाने के लिए मिल गए हैं. उन्होंने कहा कि जब देश के सारे नेता सो रहे थे तो प्रधानमंत्री कोविड वैक्सिन के लिए अहमदाबाद , हैदराबाद और पुणे की लैब का दौरा कर रहे थे। आपके बीच भी आए थे। टीआरएस के मुख्यमंत्री तो आज तक हैदराबाद की लैब में गए भी नहीं होंगे। यह बातें उन्होंने शनिवार को हैदराबाद के मलकजगिरि में और शालीबंदा लाल दरवाजा के अलका थिएटर ग्राउंड में आयोजित जनसभा के दौरान कही। उन्होंने टीआरएस और एआईएमआईएम पर भ्रष्टाचार सहित कई गंभीर आरोप लगाए।

हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए योगी ने कहा कि एआईएमआईएम के एक विधायक ने जब संविधान की शपथ लेने की बात आई, तो उन्होंने हिंदुस्तान बोलने से इनकार कर दिया. हिंदुस्तान के नाम पर शपथ नहीं ली. हिंदुस्तान में रहेंगे, हिंदुस्तान का खाएंगे, लेकिन जब संविधान की शपथ हिंदुस्तान के नाम पर लेने की बात आएगी, तो हिंदुस्तान नाम बोलने में संकोच करेंगे, यही एआईएमआईएम की असलियत है। योगी ने कहा कि टीआरएस सरकार ने एआईएमआईएम के साथ गठबंधन कर जनता की भावना के साथ खिलवाड़ किया है. मैं पूछना चाहता हूं अगर प्रधानमंत्री देश के अंदर 12 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का छह हजार रुपए सालाना डीबीटी के माध्यम से आनलाइन उनके अकाउंट में डाल सकते हैं, तो फिर हैदराबाद में बाढ़ पीड़ितों की दी जाने वाली धनराशि गरीबों के खाते में क्यों नहीं पहुंची? भ्रष्टाचार फैलाने और लूट खसोट की छूट यहां पर आखिर क्यों दी गई? ये चीजें एक बात को बताती हैं, जिस हैदराबाद के सामने विकास की बहुत संभावनाएं थीं, आज उन सपनों को धूल धूसरित करने का कार्य यहां का एक परिवार और उनकी मित्र मंडली कर रही है. जबकि लोकतंत्र में परिवारवाद की कोई जगह नहीं होती. उन्होंने कहा कि आपके पूर्वजों ने निजामशाही के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी. आज निजाम के रूप में एक परिवार फिर से आकर पूरे तेलंगाना और हैदराबाद में लूट खसोट का दुस्साहस करे, यह स्वीकार नहीं होना चाहिए।

 

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