वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के राजगढ़ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना है। पुरानी पार्टी केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनौती देने के लिए गुना निर्वाचन क्षेत्र में अरुण यादव को मैदान में उतार सकती है। सूत्रों ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी है। राजगढ़ सीट 2004 से बीजेपी का गढ़ रही है। बीजेपी नेता रोडमल नागर ने लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में दो बार सीट जीती। बीजेपी ने तीसरी बार नागर को समर्थन दिया। सिंह के लिए, भाजपा के मैदान पर यह आसान लड़ाई नहीं होगी। इसके अलावा, दिग्विजय सिंह 2019 में भाजपा नेता प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ भोपाल सीट से अपना आखिरी लोकसभा चुनाव हार गए।
सिंधिया के लिए यह उनके करिश्मे की अग्निपरीक्षा होगी क्योंकि वह पहली बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। गुना से वह 2019 का चुनाव कांग्रेस की टिकट पर वह हार गए थे। कांतिलाल भूरिया झाबुआ से चुनाव लड़ सकते हैं। दूसरी ओर यूपी को लेकर बड़ी खबर है। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी उन्हें एक बार फिर से टिकट देने जा रही है। यह तीसरी बार होगा जब वह पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। वहीं, चौथी बार इस सीट से अपनी किस्मत आजमाएंगे। 2019 में वह14 फीसदी वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
सूत्रों ने आगे बताया कि रायबरेली और अमेठी को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। सबसे पुरानी पार्टी ने वाराणसी से अजय राय, फ़तेहपुर सीकरी से रामनाथ सिकरवार, बाराबंकी से तनुज पुनिया, झाँसी से प्रदीप जैन, अमरोहा से दानिश अली, सहारनपुर से इमरान मसूद, बांसगाँव से सदल प्रसाद और देवरिया से अखिलेश प्रताप सिंह को मैदान में उतारने का फैसला किया है। कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अब तक उम्मीदवारों की दो सूचियां जारी की हैं और अभी तक अपनी तीसरी सूची की घोषणा नहीं की है। 8 मार्च को जारी की गई पहली सूची में 39 नाम शामिल थे, जिनमें भूपेश भघेल, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, शशि थरूर और डीके सुरेश शामिल थे। पार्टी ने 12 मार्च को अपनी दूसरी सूची जारी की जिसमें 43 उम्मीदवारों के नाम शामिल थे।