वीरेंद्र सिंह ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि आपने देखा था कि डिवाइस का उपयोग बम के रूप में किया गया, तो क्या यह संभव नहीं है कि हम इन आंकड़ों में किसी प्रकार का फेरबदल न कर सकें।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव के जो परिणाम सामने आए हैं, वह सभी के लिए आश्चर्यजनक थे। राजनीतिक दलों के अनुभव के आधार पर यह समझना कठिन है कि महाराष्ट्र जैसे राज्यों में चुनावी नतीजे इतने अप्रत्याशित क्यों आए।
उन्होंने आगे कहा कि चुनाव आयोग का कर्तव्य बनता है कि अगर शंका है तो उसे दूर किया जाए और जनता को यह संदेश दिया जाए कि परिणाम सही हैं या नहीं। अगर चुनावी प्रक्रिया में कोई शंका है, तो उसे दूर करना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है, ताकि लोकतंत्र में जनता का विश्वास बना रहे।
वीरेंद्र सिंह ने कहा कि दुनिया के कई ऐसे देश हैं जो तकनीकी दृष्टि से हमसे अधिक उन्नत हैं, लेकिन वह चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल नहीं करते। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यहां तक कि एलन मस्क ने भी कहा था कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि जब सारे वैज्ञानिक और तकनीकी पहलुओं पर संदेह है, तो देश के सबसे बड़े लोकतंत्र में इस शंका का समाधान होना बहुत जरूरी है।
सपा सांसद ने चुनाव आयोग से यह भी आग्रह किया कि वह चुनाव प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाएं और लोगों के मन में उठ रही शंकाओं का समाधान करें। जब तक यह शंकाएं दूर नहीं होंगी, तब तक चुनावी नतीजों पर विश्वास बनाए रखना कठिन होगा।
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