येरुशलम : इजराइल की आंतरिक सुरक्षा एजेंसी शिन बेट के प्रमुख के रूप में मेजर जनरल डेविड जिनी की नियुक्ति पर गहराता राजनीतिक विवाद अब राष्ट्रीय संकट का रूप लेता जा रहा है। नेशनल यूनिटी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने जिनी से सार्वजनिक रूप से अपील की है कि वे इस नियुक्ति को स्वीकार न करें।
गैंट्ज ने सोमवार को संसद (केनेसट) में अपनी पार्टी की बैठक से पहले संवाददाताओं से कहा, “प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा हाई कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर की गई यह नियुक्ति सुरक्षा प्रतिष्ठान की मूल भावना को चोट पहुंचाने वाली है। शिन बेट को राजनीति की दलदल में घसीटना देश की सुरक्षा और लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।” गैंट्ज का आरोप है कि जिनी की नियुक्ति न केवल प्रक्रिया की उपेक्षा है, बल्कि यह पूरी नियुक्ति प्रणाली को कलंकित करती है। शिन बेट जैसे संवेदनशील पद के लिए नियुक्ति पांच मिनट की जीप में बातचीत के आधार पर नहीं की जाती।
इस विवाद की शुरुआत आठ मई को तजीलिम सैन्य अड्डे पर नेतन्याहू और जिनी के बीच हुई एक संक्षिप्त मुलाकात से हुई थी, जिसके दौरान प्रधानमंत्री ने जिनी से पूछा था कि क्या वे शिन बेट के प्रमुख बनने के इच्छुक हैं। इसके कुछ ही दिनों बाद जिनी की सैन्य सेवा को समाप्त कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने यह बैठक सेना प्रमुख एयाल जमीर की जानकारी के बिना की थी।
गैंट्ज ने इस घटनाक्रम को लेकर तीन गंभीर संभावनाएं गिनाईं। उन्होंने कहा कि पहला यह कि नेतन्याहू ने यह मुलाकात रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख को दरकिनार कर की, जो सुरक्षा दृष्टि से अत्यंत गंभीर मामला है। दूसरा, नेतन्याहू ने जिनी की सुरक्षा नीतियों और दृष्टिकोण को जाने बिना यह नियुक्ति की, जो लापरवाही है। तीसरा यह कि यह निर्णय किसी निजी लाभ के बदले लिया गया, जो भ्रष्टाचार का संकेत देता है।
उन्होंने आगे कहा कि मेजर जनरल जिनी एक योग्य और साहसी सैन्य अधिकारी हैं। मैं नहीं मानता कि उन्होंने प्रधानमंत्री से किसी प्रकार का निजी वादा किया होगा। लेकिन जिस तरीके से यह प्रक्रिया हुई है, वह हमें एक अभूतपूर्व सरकारी संकट की ओर ले जा रही है। गैंट्ज ने जिनी से अपील की कि वे सार्वजनिक रूप से इस नियुक्ति को अस्वीकार करें और यह स्पष्ट करें कि इस तरह के राजनीतिक तरीके उन्हें स्वीकार नहीं हैं।