नई दिल्ली। आईपीएल चैंपियन आरसीबी की जीत के बाद एक बुरी खबर सामने आई है। बंगलूरू में अपनी चैंपियन टीम को देखने के लिए भारी भीड़ जमा हुई। इस दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इस भगदड़ में चार लोगों के मरने की आशंका है, जबकि कई घायल हुए हैं। वहीं, भाजपा नेता अमित मालवीय ने भगदड़ में सात लोगों के मरने का दावा किया है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर 16 लोगों के घायल होने का भी दावा किया है। मालवीय राज्य की कांग्रेस सरकार पर व्यवस्थाएं नहीं कर पाने का आरोप लगाया है।
अमित मालवीय ने लिखा, ‘बंगलूरू में भगदड़ की दुखद घटना घटी। जश्न का माहौल दु:स्वप्न में बदल गया। कर्नाटक राज्य सरकार द्वारा आरसीबी के आईपीएल अभियान का जश्न मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में, खराब योजना और भीड़ के कुप्रबंधन के कारण भगदड़ मच गई। भगदड़ में 7 लोगों की जान चली गई। भगदड़ में 16 घायल, कई की हालत गंभीर है। इस दिल दहला देने वाली घटना को टाला जा सकता था। राज्य सरकार द्वारा बुनियादी प्रशासनिक दूरदर्शिता की कमी और भीड़ नियंत्रण में विफलता के कारण अपूरणीय क्षति हुई है। जवाबदेही तय की जानी चाहिए। लापरवाही के कारण जान गई, संयोग से नहीं।’
वहीं, कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र भगदड़ में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए बॉरिंग और लेडी कर्जन अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा, ’11 से अधिक लोगों की जान चली गई है। मुख्यमंत्री को मामले को न्यायिक जांच के लिए भेजना चाहिए। राज्य सरकार को इस त्रासदी की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। जब पूरा देश और कर्नाटक आरसीबी की जीत का जश्न मना रहा था, तब राज्य सरकार ने बिना किसी पूर्व तैयारी के विजय रैली आयोजित करने की जल्दबाजी की, जिससे यह घटना हुई।’
विजयेंद्र ने कहा, ‘राज्य सरकार ने कभी पूर्व तैयारियों की परवाह नहीं की। उन्हें प्रचार में अधिक रुचि थी। इसका परिणाम 11 से अधिक लोगों की मौत के रूप में सामने आया। कुछ लोग आईसीयू में हैं। मैंने कुछ पीडि़तों से बात की, अंदर कोई पुलिस नहीं थी, कोई एम्बुलेंस सुविधा नहीं थी।’ वहीं, कर्नाटक विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा एमएलसी चलवडी नारायणस्वामी ने कहा, ‘यह घटना सरकार की वजह से हुई। उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि कितने लोग आएंगे, क्या सावधानियां बरतनी होंगी। यह सुरक्षा में चूक है।’
वहीं, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा, ‘आरसीबी की जीत पर पूरा कर्नाटक उत्साहित है। युवा पीढ़ी से लेकर पुरानी पीढ़ी तक, हर कोई खुश है। 18 सत्र के लंबे इंतजार के बाद हमें सफलता मिली है। मैं कोहली को चट्टान की तरह खड़े रहने के लिए बधाई देता हूं और कर्नाटक के प्रति उनकी वफादारी की सराहना करता हूं। मुझे उम्मीद है कि यह शुरुआत है और कप आरसीबी के पास ही रहेगा।’
भारी भीड़ को लेकर शिवकुमार ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह नियंत्रण में आने वाली भीड़ नहीं है। मैं बंगलूरू और कर्नाटक के सभी लोगों से माफी मांगता हूं। हम विक्ट्री परेड निकालना चाहते थे, लेकिन भीड़ बेकाबू है।’ शिवकुमार ने आरसीबी के जश्न के दौरान हुई अफरातफरी पर कहा कि यह युवा जोश से भरी भीड़ थी, हम लाठी का इस्तेमाल नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, ‘बंगलूरू में आरसीबी के जश्न के दौरान हुई मौतों की कोई जानकारी नहीं है। विस्तृत जानकारी मिलने पर सूचित करेंगे। भीड़ बेकाबू थी, पुलिस को परेशानी हो रही थी, इसलिए हमें परेड को रोकने का फैसला लेना पड़ा।’
शिवकुमार ने कहा, ‘मैंने पुलिस कमिश्नर और सभी से बात की है। मैं बाद में अस्पताल भी जाऊंगा। मैं उन डॉक्टरों को परेशान नहीं करना चाहता जो मरीजों की देखभाल कर रहे हैं। अभी सटीक संख्या नहीं बताई जा सकती। हम लोगों से शांत रहने की अपील करते हैं। हमने कार्यक्रम को छोटा कर दिया। कार्यक्रम 10 मिनट में ही खत्म हो गया। हम सब कुछ सामान्य करने की कोशिश कर रहे हैं। लाखों लोग आए जमा हुए थे।’
दरअसल, विधान सौधा में मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और राज्यपाल की मौजूदगी में खिलाडिय़ों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान ही बीच में बारिश हुई। इसके बाद खिलाड़ी और वहां मौजूद लोग भागते नजर आए। खिलाड़ी तुरंत जाकर बस में चढ़ गए। इसके बाद न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अपडेट दिया कि चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भारी भीड़ जमा हुई थी। वहां एक बच्चा बेहोश हुआ, जिसे लेकर पुलिस दौड़ती नजर आई। पीटीआई के मुताबिक, प्रशांसक के पेड़ और बस पर चढक़र अपनी टीम की झलक पाने के लिए बेताब दिखे। वहीं, न्यूज एजेंसी एएनआई ने वीडियो जारी किया, जिसमें कुछ प्रशंसक चिन्नास्वामी स्टेडियम की दीवार और फेंस पर चढ़ते नजर आए। अपनी चैंपियन टीम की झलक पाने के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर और विधान सौधा के बाहर भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।