Rajiv Gandhi Jayanti 2025: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की बुधवार (20 अगस्त) को 81वीं जयंती है. राजीव गांधी की जयंती को हर साल सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जाता है. राजीव गांधी 1984 से 1989 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे. इस दिन को “सद्भाव दिवस” के रूप में मनाया जाता है जो राजीव गांधी के समृद्ध, एकजुट और शांतिपूर्ण भारत के उनके दृष्टिकोण की याद दिलाता है. बता दें कि राजीव गांधी देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे. वह शासन के प्रति अपने अभिनव और खुले विचारों वाले दृष्टिकोण के लिए जाने जाते थे. अपने पूरे कार्यकाल के दौरान उन्होंने सांप्रदायिक सद्भाव, राष्ट्रीय एकता और भारत की तकनीकी प्रगति के महत्व पर जोर दिया.
पूर्व पीएम को वीर भूमि पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे कांग्रेस नेता
राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर कांग्रेस के तमान नेता दिल्ली स्थित वीर भूमि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पी चिदंबरम, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी, रॉबर्ट वाड्रा, रेहान वाड्रा, कांग्रेस महासचिव (संगठन) और सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने भी वीरभूमि पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दी.
जानें क्या है सद्भावना दिवस
राजीव गांधी की जयंती को कांग्रेस सद्वाभवना दिवस के रूप में मनाती है. 1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद पहली बार 20 अगस्त 1992 को सद्भावना दिवस मनाया गया. 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी भारत के प्रधानमंत्री बने थे. उन्होंने राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सद्भाव पर जोर देते हुए सरकार चलाई. वह शासन के प्रति खुले विचारों वाला दृष्टिकोण रखने वाले भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे.
पूर्व पीएम राजीव गांधी भारत जैसे विविधतापूर्ण राष्ट्र में एकता के महत्व को समझते थे. उनका मानना था कि जाति, धर्म या पंथ से परे, भारत के नागरिकों का सामूहिक प्रयास देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है. सद्भावना दिवस मनाने की योजना उनके नेतृत्व वाली राजनीतिक पार्टी कांग्रेस और विभिन्न संगठनों व सरकारी संस्थानों द्वारा उनकी स्मृति और उनके आदर्शों के सम्मान में की गई थी. इस दिन शांति, एकता और सद्भावना के मूल्यों का जश्न मनाया जाता है.
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