सहारनपुर, (हि.स.)।सहारनपुर में एक ओर जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारी अवैध खनन पर नकेल कसने के दावे कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है। पुलिस चौकियों पर खुलेआम खनन माफियाओं से सौदेबाजी और वसूली का वीडियो सामने आया है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
वीडियो चिलकाना थाना क्षेत्र की पठेड़ पुलिस चौकी का बताया जा रहा है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि चौकी पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल खनन लदे वाहनों के नंबर रजिस्टर में दर्ज कर रहा है। वहीं एक दरोगा एंट्री के नाम पर वसूले गए रुपए गिनता दिखाई दे रहा है। बातचीत में खनन माफिया ये भी कहते सुने जा रहे हैं कि “दरोगाजी से बात हो गई है।
बिना रॉयल्टी चलने वाले हर वाहन से 2500 रुपए एंट्री फीस के नाम पर वसूले जाते हैं। वायरल वीडियो में खनन लदे 9 वाहनों को निकलवाने के एवज में माफिया द्वारा 22,500 रुपए की रकम पुलिसकर्मी को दी जा रही है।
पुलिस और खनन माफिया के इस गठजोड़ से सरकार को हर रोज लाखों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है। जबकि डीएम मनीष बंसल ने पिछले महीने ही अवैध खनन और खनिज परिवहन पर सख्त रोक लगाने के आदेश दिए थे। उन्होंने खनन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस की संयुक्त टीमें गठित कर निगरानी बढ़ाने की बात कही थी। खनन विभाग भी कार्रवाई के दावे करता रहा है, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात बिल्कुल उलट हैं।
एंट्री वसूली के कारण रात के अंधेरे में बिना रॉयल्टी के खनिज लदे वाहन बेरोकटोक दौड़ रहे हैं। जिले में अवैध खनन और स्टोन क्रशरों तक खनिज की आपूर्ति का पूरा नेटवर्क पुलिस-माफिया गठजोड़ से संचालित हो रहा है।
वीडियो वायरल होने के बाद एसपी सिटी व्योम बिंदल ने कहा, “मामले की जांच की जा रही है। जो भी पुलिसकर्मी या अधिकारी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”