प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज असम में है. प्रधानमंत्री ने गुवाहाटी में भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य पर असमिया भाषा में लिखी उनकी जीवनी ‘भारत रत्न भूपेन हज़ारिका’ का विमोचन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि गुवाहाटी में भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका की 100वीं जयंती पर आयोजित समारोह में भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका के सम्मान में ‘स्मारक सिक्का’ जारी किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अभी कुछ दिन पूर्व ही 8 सितंबर को भूपेन हजारिका का जन्मदिवस बीता है. इस दिन मैंने भूपेन दा को समर्पित एक लेख में अपनी भावनाएं व्यक्त की थी. मेरा सौभाग्य है कि उनके जन्म शताब्दी वर्ष के इस आयोजन में मुझे शामिल होने का अवसर मिला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भूपेन दा भारत की एकता और अखंडता के महानायक थे. दशकों पहले जब नॉर्थ ईस्ट उपेक्षा का शिकार था, नॉर्थ ईस्ट को हिंसा और अलगाववाद की आग में जलने के लिए छोड़ दिया गया था. तब भूपेन दा उस मुश्किल समय में भी भारत की एकता को आवाज देते रहे. उन्होंने समृद्ध पूर्वोत्तर का सपना देखा था, उन्होंने प्रकृति के अद्भुत सौंदर्य में बसे पूर्वोत्तर के लिए गीत गाए थे.