PM Modi Gujarat Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने गृह राज्य गुजरात के दौरे पर रहेंगे. इस दौरे की शुरुआत भावनगर से होगी, जहां वे ‘समुद्र से समृद्धि’ कार्यक्रम में शामिल होकर 34,200 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इस दौरान समुद्री और बंदरगाह क्षेत्र की नई नीति की घोषणा भी होगी और सरकार-निजी कंपनियों के बीच कई समझौते किए जाएंगे.
भावनगर से होगी दौरे की शुरुआत
सुबह 10:30 बजे भावनगर में प्रधानमंत्री मोदी एक जनसभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद वे धोलेरा का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और दोपहर 1:30 बजे समीक्षा बैठक करेंगे. पीएम मोदी लोथल में बन रहे नेशनल मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स (एनएमएचसी) की प्रगति का भी जायजा लेंगे. लगभग 4,500 करोड़ रुपये की लागत से 375 एकड़ में बन रहा यह कॉम्प्लेक्स देश का बड़ा आकर्षण केंद्र होगा. इसमें दुनिया का सबसे ऊंचा 77 मीटर का लाइटहाउस म्यूजियम, 14 गैलरी, थीम पार्क, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, टेंट सिटी और इलेक्ट्रिक वाहनों की सुविधा शामिल होगी.
समुद्री परियोजनाओं की रखेंगे नीव
प्रधानमंत्री इस दौरे में 7,870 करोड़ रुपये से अधिक की समुद्री परियोजनाओं की नींव रखेंगे. इसमें मुंबई अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल का उद्घाटन, कोलकाता पोर्ट पर नए कंटेनर टर्मिनल की आधारशिला, पारादीप पोर्ट पर कार्गो सिस्टम और कांडला के दीनदयाल पोर्ट में टुना टेकड़ा मल्टी-कार्गो टर्मिनल का विकास शामिल है. इसके अलावा चेन्नई, एन्नोर और कार निकोबार में भी नई परियोजनाएं शुरू होंगी.
475 मेगावाट सोलर फीडर प्रमुख आकर्षण
गुजरात के लिए प्रधानमंत्री 26,354 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण करेंगे. इनमें ऊर्जा, स्वास्थ्य, शहरी परिवहन और राजमार्ग से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं. चारा पोर्ट पर एचपीएलएनजी रीगैसिफिकेशन टर्मिनल, आईओसीएल रिफाइनरी के नए प्रोजेक्ट और पीएम-कुसुम योजना के तहत 475 मेगावाट सोलर फीडर का उद्घाटन प्रमुख आकर्षण रहेंगे.
सौर ऊर्जा से संचालित होगा ये गांव
इस कार्यक्रम के दौरान कच्छ जिले के धोरडो गांव को राज्य के चौथे सौर गांव के रूप में लोकार्पित किया जाएगा. यहां 81 घरों में 177 किलोवाट क्षमता के सोलर रूफटॉप पैनल लगाए गए हैं. ‘बेस्ट टूरिज्म विलेज’ का दर्जा प्राप्त धोरडो गांव अब पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित होगा. इससे गांववासियों को मुफ्त बिजली का लाभ मिलेगा.
प्रधानमंत्री मोदी इस दौरे में समुद्री और बंदरगाह क्षेत्र की नई नीति की शुरुआत भी करेंगे. साथ ही कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर होंगे, जिससे इस क्षेत्र में बड़े निवेश और रोजगार के अवसर खुलेंगे.