नई दिल्ली : आईएनएस सतलुज ने मॉरीशस हाइड्रोग्राफिक सेवा के साथ लगभग 35 हजार वर्ग समुद्री मील क्षेत्र में संयुक्त हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण पूरा किया। यह सर्वेक्षण भारत और मॉरीशस के बीच मौजूदा समझौता ज्ञापन के तहत राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ घनिष्ठ समन्वय में किया गया।
नौसेना के मुताबिक यह पहल समुद्री मानचित्रण, तटीय विनियमन, संसाधन प्रबंधन और दीर्घकालिक पर्यावरणीय नियोजन में महत्वपूर्ण योगदान देगी, जिससे मॉरीशस के ब्लू इकोनॉमी लक्ष्यों को बल मिलेगा। इसके अलावा आईएनएस सतलुज ने मॉरीशस राष्ट्रीय तटरक्षक बल के साथ संयुक्त ईईजेड निगरानी और समुद्री डकैती-रोधी गश्त की, जिससे क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा मजबूत हुई। इस मिशन का सफल समापन दोनों देशों के बीच मैत्री के गहरे बंधन की पुष्टि करता है, जो महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और विकास के लिए पारस्परिक और समग्र उन्नति के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
जहाज पर आयोजित एक समारोह में आवास एवं भूमि मंत्री शकील अहमद यूसुफ अब्दुल रजाक मोहम्मद और मॉरीशस में भारत के उच्चायुक्त अनुराग श्रीवास्तव की उपस्थिति में पूर्ण सर्वेक्षण का फेयर शीट औपचारिक रूप से मॉरीशस के अधिकारियों को सौंप दिया गया। यह तैनाती भारत और मॉरीशस के बीच 18वें संयुक्त हाइड्रोग्राफिक मिशन का प्रतीक है, जो स्थायी समुद्री साझेदारी और सुरक्षित नौवहन, सतत महासागर प्रबंधन और क्षेत्रीय सहयोग के प्रति साझा प्रतिबद्धता का प्रमाण है।–
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