नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियों के लिए कमर कस ली है. एक ओर विपक्षी दल बीजेपी के खिलाफ महगठबंधन की रणनीति पर काम रहे हैं. तो, वहीं बीजेपी एनडीए को और अधिक मजबूत करने में लगी हुई है. इन सबके बीच बीजेपी और कांग्रेस ने 2019 लोकसभा चुनाव के लिए सोशल मीडिया को चुनावी हथियार बनाने का मन बना लिया है. इसके लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां जल्द ही इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप पर लोगों को जोड़ने का काम करने जा रही हैं. 
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दिया जीत का मंत्र
बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने राष्ट्रीय नेतृत्व से जोड़ने के लिए उनके बीच संचार को मजबूत करने के एक प्रयास के तहत व्हाट्सएप समूहों की एक श्रृंखला बनाने का रविवार को निर्णय लिया. दिल्ली में बीजेपी के बूथ प्रभारियों के पहले सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सहित वरिष्ठ नेताओं ने 2019 की जीत के लिए ‘मंत्र’ दिया और कांग्रेस एवं दिल्ली में AAP के शासन की आलोचना की.
पन्ना प्रमुखों के व्हाट्सएप समूहों की बनाई जाएगी श्रृंखला
बूथ स्तरीय पदाधिकारियों को संबोधित करते हुये बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) रामलाल ने कहा, ”अगले साल जनवरी से पन्ना प्रमुख से लेकर राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को जोड़ने के लिए व्हाट्सएप समूहों की एक श्रृंखला बनाई जाएगी.” ‘पन्ना प्रमुख’ बीजेपी के बूथस्तरीय कार्यकर्ता हैं जो विधानसभा में एक मतदाता सूची के एक पेज (पन्ना) में दर्ज मतदाताओं के साथ संपर्क बनाए रखने के लिए जिम्मेदार रहते हैं.
वहीं, कांग्रेस की दिल्ली इकाई 2019 के आम चुनाव से पहले संदेश के साथ-साथ पार्टी के कार्यक्रमों और नीतियों को भेजने के लिए व्हाट्सएप समूह बना रही है जिसके जरिए वह पूरी राष्ट्रीय राजधानी में मतदाताओं तक पहुंचेगी. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि पार्टी ने ‘डिजिटल साथी’ नामक एक एप भी शुरू किया है और डिजिटल साथी के तौर पर बूथ स्तर पर काम करने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का चयन किया जा रहा है. कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रत्येक बूथ पर 10 ‘बूथ सहयोगियों’ की नियुक्ति की जा रही है. सभी बूथ पर इनमें से एक को ‘डिजिटल साथी’ के तौर पर तैनात किया जाएगा.
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