राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का राजनीति से सीधा कोई सम्बंध नहीं है, लेकिन भारत में ये स्वयंसेवी संस्था ना केवल राजीतिक बल्कि सामजिक परिवेश में भी महत्वूर्ण स्थान है. देश की सत्ता बनाने और बिगाड़ने की ताकत आरएसएस रखता है, यही वजह है कि बीजेपी के दिग्गज नेता और मोदी सरकार के मंत्री भी संघ के आगे नतमस्तक नजर आते हैं.

देश भर में आरएसएस विजयदशमी पर अपना स्थापना दिवस मना रहा है. इस मौके पर ये समझना जरूरी है कि आखिर संघ की स्थापना कैसे और कब हुई और किस तरह ये संगठन आप 9 दशकों बाद दुनिया के सबसे बड़े संगठन के रूप में खुद को स्थापित कर चुका है.
दुनिया के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना केशव बलराम हेडगेवार ने की थी. भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के साथ 27 सितंबर 1925 को विजयदशमी के दिन आरएसएस की स्थापना की गई थी. इस साल विजयदशमी के दिन संघ ने अपनी स्थापना के 93 साल पूरे कर लिया है और 2025 में ये संगठन 100 साल का हो जाएगा. नागपुर के अखाड़ों से तैयार हुआ संघ मौजूदा समय में विराट रूप ले चुका है.
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