लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष, सतीश महाना ने प्रदेश के विभिन्न जनपदों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे सहायक मजिस्ट्रेट एवं सहायक कलेक्टर को संबोधित करते हुए कहा कि देश में प्रशासनिक व्यवस्था के प्रति जनसामान्य में बहुत ही आस्था का भाव है। वे आज भी प्रशासनिक सेवा के प्रति सम्मान प्रदर्शित करते हैं। प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों पर जनता के विश्वास को बनाए रखने का अहम दायित्व है। प्रशिक्षु अधिकारी विधान सभा की कार्यप्रणाली आदि को जानने के लिए आये हुए थे। उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबन्धन अकादमी, लखनऊ द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आई॰ए॰एस॰, वर्ष 2020 बैच) के प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे सहायक मजिस्ट्रेट एवं सहायक कलेक्टर से विधान भवन स्थित में शिष्टाचार भेंट की।
श्री महाना ने कहा कि प्रशासनिक मामलों के निस्तारण में विलंब होने से जनता को समय से न्याय नहीं मिल पाता जिससे आम जनमानस में निराशा की भावना व्याप्त होती है और प्रशासनिक प्रक्रिया प्रभावित होती है। इसमें भी सुधार हेतु अधिकारियों को आगे आना चाहिए।
विधान सभा अध्यक्ष ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों के ज्ञान, बुद्धि और विवेक का रूपांतरण होता है, लेकिन असली प्रशिक्षण प्रशासनिक सेवा में कार्य करते हुए आम जनमानस के हितों के लिए होता है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव विधान सभा, श्री प्रदीप कुमार दुबे, उ0प्र0 प्रबन्धन अकादमी के महानिदेशक, श्री वेंक्टेश्वर लू, अपर निदेशक, श्री महेन्द्र वर्मा एवं को-ऑडिनेटर, श्रीमती संध्या भदौरिया सहित विधान सभा के अन्य अधिकारी/कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
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