अब तक आप एक वॉलेट से दूसरी कंपनी के वॉलेट में पैसे नहीं भेज पाते थे, लेकिन अब जल्द ही ऐसा करना संभव हो सकेगा. भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. 
भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि अगर डिजिटल वॉलेट कंपनियां सरकार द्वारा संचालित पेमेंट्स नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं, तो मोबाइल वॉलेट्स को भी इंटर-ऑपरेबल बनाया जा सकता है.
मोबिक्विक की उप-संस्थापक उपासना टुक ने आरबीआई के इस कदम को लेकर रॉयटर्स से बात की. इसमें उन्होंने कहा कि इस पहल से देश में डिजिटल पेमेंट्स का दायरा और भी तेजी से बढ़ेगा. इसके साथ ही यह कारोबार के नये मौके भी पेश करेगा.
आपको कैसे होगा फायदा?
अगर मोबाइल वॉलेट कंपनियां आरबीआई की गाइडलाइन को मानती हैं, तो यूजर के लिए एक कंपनी के मोबाइल वॉलेट से दूसरे मोबाइल वॉलेट पर पैसे भेजना आसान हो जाएगा.
मौजूदा समय में देश में पेटीएम, मोबीक्विक, गूगल पे समेत अन्य कई मोबाइल वॉलेट ऑपरेट करते हैं. हालांकि अगर आप एक कंपनी के मोबाइल वॉलेट से दूसरी कंपनी के मोबाइल वॉलेट में पैसे भेजना चाहते हैं, तो यह अभी संभव नहीं है. कोई भी मोबाइल वॉलेट कंपनी इसकी अनुमति फिलहाल नहीं देती है.
अब देखना होगा कि भारतीय रिजर्व बैंक की गाइडलाइन के बाद मोबाइल वॉलेट्स कंपनियां कब तक ये सुविधा यूजर के लिए लाती हैं.
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