लखनऊ। सत्ताधारी दल के विधायकों सहित अन्य प्रतिष्ठित लोगों को वाट्सएप मैसेज के जरिये धमकी दिए जाने का सिलसिला बुधवार को भी थमा नहीं। प्रदेश में इससे खौफ बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मामले में आरोपित को जल्द चिह्नित करने के कड़े निर्देश दिए हैं। इसके बाद शासन ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए आइजी एसटीएफ अमिताभ यश के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआइटी) गठित की है, जिसमें एसएसपी एटीएस जोगेंद्र कुमार व एएसपी एसटीएफ डॉ.त्रिवेणी सिंह बतौर सदस्य शामिल हैं।

उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार केंद्रीय जांच एजेंसियों व इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पांस टीम (आइसीइआरटी) के संपर्क में है और सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है। आइबी से भी मदद ली जा रही है। हालांकि अब तक धमकी देने वालों का कोई ठोस सुराग नहीं लग सका है। अब तक करीब 21 भाजपा विधायकों को ऐसे संदेश भेजे जा चुके हैं। लखनऊ पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सुरेश श्रीवास्तव, लखनऊ उत्तरी क्षेत्र के विधायक डॉ. नीरज बोरा, सीतापुर के महोली क्षेत्र के विधायक शशांक त्रिवेदी, बुलंदशहर के डिबाई क्षेत्र की विधायक डॉ.अनिता लोधी, शाहजहांपुर के कटरा क्षेत्र के विधायक वीर विक्रम सिंह उर्फ प्रिंस, लखीमपुर के मोहम्मदी क्षेत्र के विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह, रायबरेली के सरेनी क्षेत्र के विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह,
बाराबंकी के फतेहपुर क्षेत्र के विधायक साकेंद्र वर्मा, हरदोई के गोपामऊ क्षेत्र के विधायक श्याम प्रकाश, बांदा के ङ्क्षतदवारी क्षेत्र के विधायक बृजेश प्रजापति, कालपी के विधायक नरेंद्र पाल सिंह जादौन, माधौगढ़ के विधायक मूलचन्द्र निरंजन, गोंडा के मेहनौन क्षेत्र के विधायक विनय कुमार द्विवेदी, गोंडा के तरबगंज क्षेत्र के विधायक प्रेम नारायण पांडेय, बरेली के फरीदपुर क्षेत्र के विधायक श्याम बिहारी लाल, कानपुर देहात के भोगनीपुर क्षेत्र के विधायक विनोद कटियार, सिद्धार्थनगर के इटवा के विधायक डॉ. सतीश द्विवेदी, एटा के अलीगंज के भाजपा विधायक सत्यपाल सिंह राठौर,
कुशीनगर के विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी, शाहजहांपुर के ददरौल से विधायक मानवेंद्र सिंह, बदायूं के बिल्सी से विधायक आरके शर्मा, पूर्व विधायक राजेश त्रिपाठी व शिवबहादुर सक्सेना, भाजपा नेता सुशील चौरसिया सहित अन्य प्रतिष्ठित लोगों को अब तक वाट्सएप के जरिये धमकी दिए जाने की बात सामने आई है।
डीआइजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अब तक 12 विधायकों की ओर से केस रजिस्टर कराए गए हैं, जबकि कुछ ने पत्र अथवा संदेश के जरिये धमकी दिए जाने की शिकायत दर्ज कराई है। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार का कहना है कि पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराई जा रही है। जल्द आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।
डी-कंपनी के गुर्गे अली की भूमिका पर संदेह
जांच एजेंसियों का संदेह 80 के दशक में अंडरवल्र्ड डान दाऊद इब्राहिम के करीबी रहे अली बुधेश की भूमिका पर भी है। दरअसल, विधायकों को भेजे जा रहे संदेश में अली बुधेश का नाम ही लिखकर भेजा जा रहा है। अली कभी दाऊद का बेहद करीबी था और बाद में वह बहरीन भाग गया था। दाऊद से अनबन होने पर उसने अलग गिरोह भी बना लिया था। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस षड्यंत्र के पीछे अली है अथवा कोई दूसरा सिर्फ उसके नाम का इस्तेमाल कर रहा है। इसी नाम के किसी दूसरे शख्स के होने की बात को भी नकारा नहीं जा सकता।
डीजीपी ने विधायकों की सुरक्षा के लिए जारी की एडवाइजरी
डीजीपी ओपी सिंह ने प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत सभी एसएसपी/एसपी को विधायकों की सुरक्षा-व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने संबंधी एडवाइजरी भी जारी की है। जिला सुरक्षा समिति की बैठक कर संबंधित विधायक व प्रतिष्ठित लोगों की सिक्योरिटी का पूरा बंदोबस्त किए जाने के साथ ही कप्तानों को उनसे संपर्क कर सीधे संवाद कायम करने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने एडीजी से ली जानकारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायकों को धमकी देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है। उन्होंने एडीजी कानून-व्यवस्था से पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने एटीएस व एसटीएफ के जरिये गहनता से जांच कराए जाने की बात कही।
महिला के शव की भेजी फोटो
धमकी देने वालों ने बुधवार को विधायकों सहित उनके निशाने पर आए अन्य लोगों को एक महिला के शव की तस्वीर भेजी है, जिसमें महिला खून से लथपथ जमीन पर पड़ी है। साथ ही संदेश लिखा गया है कि ‘क्या आपने पैसे की व्यवस्था की है। आज किसी ने अपनी बहन खो दी है, अब आप के लिए इंतजार करो। ब्रेकिंग न्यूज।इसके अलावा धमकी के कुछ और संदेश भी भेजे गए।
अमेरिका का है नंबर
जिन नंबर से विधायकों के वाट्सएप पर लगातार धमकी दी जा रही है, वह अमेरिका के टेक्सास का है। नंबर के बारे में और तकनीकी जानकारियां जुटाई जा रही हैं।
पाकिस्तान का निकला आइपी एड्रेस
जांच में सामने आया है कि संदेश भेजने के लिए अलग-अलग प्रॉक्सी आइपी एड्रेस का इस्तेमाल किया जा रहा है। इनमें पाकिस्तान का भी आइपी एड्रेस शामिल है। लिहाजा इस पूरे षड्यंत्र के पीछे किसी आतंकी संगठन का हाथ होने की आशंका को भी नकारा नहीं जा सकता है।
इस तरह दी जा रही धमकी
‘मैं हूं अली बुधेश भाई, मुझे पता है कि आप पैसे की व्यवस्था नहीं करेंगे, जब तक आप अपने परिवार से एक मृत शरीर नहीं देखते। हम वादा करते हैं कि तीन दिनों के बाद हम आपका विश्वास पाने के लिए एक-एक करके हत्या करना शुरू कर देंगे। आपके पास केवल तीन दिन हैं। मेरा व्यक्ति आपके करीब है। समय बर्बाद मत करो। कुछ इस तरह के संदेश भेजकर विधायकों को धमकाया जा रहा है। उनसे 10 लाख रुपये मांगे जा रहे हैं। आरोपित वीडियो कॉल भी कर रहे हैं।
सरकार विधायकों की सुरक्षा पर ध्यान दे
हरदोई के गोपामऊ से भाजपा विधायक श्याम प्रकाश का कहना है कि सरकार को विधायकों की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। एसपी सुरक्षा को लेकर सही तरह से बात नहीं करते हैं। रायबरेली के सरेनी से भाजपा विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि ऐसी धमकी से मैं डरने वाला नहीं हूं। जनता के बीच जाकर काम करता रहूंगा। बुलंदशहर के डिबाई क्षेत्र की विधायक डॉ.अनिता लोधी ने बताया कि मंगलवार रात करीब पौने दस बजे जब वह गाजियाबाद में थीं तभी शातिर ने विदेशी नंबर से वाट्सएप पर ‘कहना लिख कर मैसेजे भेजा था, जिसके बाद रात करीब पौने दो बजे मिस्ड वीडियो काल आई, जिसकी जानकारी उन्होंने बुधवार को एसएसपी गाजियाबाद वैभव कृष्ण को दे दी थी.
Shaurya Times | शौर्य टाइम्स Latest Hindi News Portal