नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी (आईएएस) विकसित भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपने काम में प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग करना चाहिए ताकि वे अधिक कुशल और पारदर्शी प्रशासन प्रदान कर सकें।
राष्ट्रपति मुर्मु ने मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए) में 127वें प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें अपने काम में निष्पक्षता, पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपने अधिकारों का उपयोग सहानुभूति, निडरता और निष्पक्षता के साथ करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में आईएएस अधिकारियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपने काम में गरीब और वंचित वर्गों के कल्याण पर ध्यान देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे देश के विकास में पीछे न रह जाएं।
राष्ट्रपति ने कहा कि प्रौद्योगिकी और नवाचार प्रशासन में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल टूल्स का उपयोग करके प्रशासन को अधिक कुशल, पारदर्शी और नागरिक-अनुकूल बनाया जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों को एआई, ई-गवर्नेंस और डिजिटल फीडबैक मैकेनिज्म में नवाचारों को अपनाने की सलाह दी।