नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विशाखापत्तनम में आयोजित होने वाले भव्य कार्यक्रम में योग करेंगे। वे वहां पर 45 मिनट में 19 योग आसन करेंगे। उनके साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू भी वहां मौजूद रहेंगे।
केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने गुरुवार को नेशनल मीडिया सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि विशाखापत्तनम में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के साथ 40 देशों के राजनयिक भी शामिल होंगे। साथ ही 20 देशों से आए योग आचार्य और प्रशिक्षित लोग भी मौजूद रहेंगे। इनके अलावा अन्य 20 देशों के भारत में रहने वाले छात्र-छात्राएं भी योग कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष योग दिवस की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” है जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री मोदी ने 30 मार्च को अपने ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम की थी। यह थीम व्यक्तिगत संतुलन और वैश्विक सामंजस्य को बहाल करने की भारत की योग की शक्ति को रेखांकित करती है। दिल्ली में भी योग दिवस को लेकर विशेष तैयारियां की गई हैं। मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के नेतृत्व में दिल्ली के 111 प्रतिष्ठित स्थानों पर योग सत्र आयोजित होंगे। इनमें प्रमुख स्थान हैं- लाल किला, पुराना किला, कर्तव्य पथ, कुतुब मीनार, इंडिया गेट सहित नई दिल्ली के प्रमुख पार्क शामिल हैं। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद, दिल्ली विकास प्राधिकरण, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और दिल्ली नगर निगम मुख्य रूप से कार्यक्रम का आयोजन करेंगे।
इसके अलावा दिल्ली सरकार ने भी इस दिन 10 बड़े योग कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है जो शहर के अलग-अलग इलाकों में होंगे।इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्थित मंत्रालयों, विभागों और संगठनों की ओर से अनेक छोटे-बड़े योग कार्यक्रमों की तैयारी चल रही है।फिलहाल दिल्ली में अब तक 1,300 से ज्यादा योग संगम रजिस्टर्ड हो चुके हैं।
केंद्रीय मंत्री जाधव ने बताया कि इस साल योग दिवस को शानदार और यादगार बनाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई हैं। सरकार की कोशिश है कि योग का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचे और इसे एक नियमित जीवनशैली का हिस्सा बनाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई पहल के कारण 21 जून को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनकी इस पहल को अब एक दशक पूरा हो चुका है और इस दशक में योग सभी लोगों के दिलों तक पहुँच चुका है। दुनिया भर में लोग योग को पहचानने लगे हैं। इसलिए, अपनी सरकार के 11वें वर्ष के कारण प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया है कि इस 11वें योग दिवस को दुनिया भर में, खासकर हमारे देश में, बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा। गांवों से लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक और हर जगह, हमारा लक्ष्य राज्य सरकारों के प्रयासों से योग का आयोजन करना है।