कर्तव्य भवन का उद्घाटन बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने किया. इस अवसर पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह एक अत्याधुनिक सुविधा है, जिसे विभिन्न मंत्रालयों और विभागों को एक ही छत के नीचे लाकर शासन को बेहतर बनाने के लिए डिजाइन किया गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘ये सिर्फ इमारत नहीं, करोड़ों देशवासियों के संकल्पों की तपोभूमि है.’ अमृतकाल में यहीं से विकसित भारत की नीतियां बनेंगी. अहम बड़े फैसले होंगे और आने वाले दशकों में यहीं से देश की दिशा तय होगी. पीएम मोदी ने बताया कि पहले की प्रशासनिक व्यवस्था अव्यवस्थित थी.
इमारात में अपर्याप्त साधन थे
कई मंत्रालय किराए की इमारतों में चल रहे थे. उन्होंने कहा, ‘आज कर्तव्य भवन के रूप में हमें एक आधुनिक, सुव्यवस्थित और एकीकृत ढांचा मिला है.’ कार्यस्थल की सुविधाओं को लेकर उन्होंने वीडियो में दिखाए गए हालात का भी जिक्र किया, जहां काउंटर नंबर 18.59 पर दिक्कतें नजर आईं. उन्होंने कहा कि होम मिनिस्ट्री करीब 100 साल से एक ही इमारात में अपर्याप्त साधनों पर चल रही थी.उन्होंने कहा कि कुछ मंत्रालय किराए की बिल्डिंग पर हैं. सालाना 1500 करोड़ रुपए इसका रेंट देना पड़ता है. इससे सरकार के खर्च में बचत होगी.
विकसित भारत की सोच और संकल्प का प्रतीक
दिल्ली में कर्तव्य भवन के उद्घाटन समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम आधुनिक भारत के निर्माण से जुड़ी उपलब्धियों के गवाह बन रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘कर्तव्य पथ, नया संसद भवन, रक्षा मंत्रालय का नया भवन, भारत मंडपम, नेशनल वॉर मेमोरियल और अब कर्तव्य भवन– ये सब सिर्फ इमारतें नहीं हैं.ये विकसित भारत की सोच और संकल्प का प्रतीक हैं.’ पीएम मोदी ने आगे कहा कि आने वाले समय में इन्हीं भवनों से देश की नीतियां बनेंगी, फैसले लिए जाएंगे और भारत की दिशा तय होगी.