पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जहां एक तरफ ‘वोट चोरी’ और एसआईआर का मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं, कांग्रेस पार्टी की ओर से गुरुवार को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक दूसरे दिन भी जारी रही।
कमेटी के सदस्य और सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने बताया कि जिस तरह से लोगों के आवेदन आए हैं, वह दिखाता है कि बिहार बदलाव की ओर बढ़ चुका है।
आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा कि बुधवार को 8 घंटे से अधिक चली मैराथन बैठक के बाद, गुरुवार को सुबह 9 बजे से आवेदकों से मुलाकात शुरू हुई। कमेटी को लगभग 3,000 आवेदन प्राप्त हुए, जो ऐतिहासिक है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 10 से 50 उम्मीदवारों ने आवेदन किया।
उन्होंने बताया कि स्क्रीनिंग कमेटी ने कई अच्छे नाम चयनित किए हैं और यह प्रक्रिया तब पूरी होगी, जब कमेटी के सदस्य जिला स्तर पर लोगों से मिलेंगे।
इमरान ने इस प्रक्रिया से संतुष्टि जताई और कहा कि बिहार बदलाव की राह पर है।
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने वोट चोरी की पोल खोलकर रख दी है। उन्होंने ऐसे लोगों से मुलाकात की है, जिन्हें मृत घोषित किया गया था, जबकि वे जीवित हैं। आयोग को इस मुद्दे पर स्पष्टता लानी चाहिए और वोटरों का भरोसा जीतना चाहिए, क्योंकि लोकतंत्र में वोट की चोरी सबसे बड़ा गुनाह है।
कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि बिहार में इंडिया ब्लॉक के तहत कांग्रेस जनता का विश्वास जीतने के लिए प्रयासरत है। जनता वर्तमान सरकार से नाखुश है और लोगों का उत्साह इसका सबूत है।
उन्होंने विश्वास जताया कि जनता का भरोसा जीतकर कांग्रेस सरकार बनाएगी। सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण पर उन्होंने कहा कि कोर्ट को चुनाव आयोग के गलत और फर्जी दावों पर भरोसा नहीं करना चाहिए, बल्कि लोगों की राय को सुनना चाहिए। उन्होंने एसआईआर पर रोक लगाने की मांग की।