सासाराम : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रविवार से बिहार में वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत की। इससे पहले एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह यात्रा वोट नहीं, संविधान बचाने की लड़ाई है। उन्होंने यह भी दावा किया कि बिहार के लोग वोटों की चोरी नहीं होने देंगे। इस मौके पर राजद के अध्यक्ष लालू यादव सहित महागठबंधन में शामिल सभी घटक दलों के नेता शामिल हुए।
राहुल गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह संविधान को बचाने की लड़ाई है। पूरे देश में भाजपा और आरएसएस संविधान को मिटाने पर तुले हैं। उन्होंने कहा कि जहां भी चुनाव होता है, ये लोग जीतते हैं। उन्होंने महाराष्ट्र के चुनाव की चर्चा करते हुए कहा कि चुनाव से पहले सभी ओपिनियन पोल कह रहे थे कि इंडी गठबंधन चुनाव जीतेगा। लोकसभा में महागठबंधन जीतता है, लेकिन चार महीने में हम हार जाते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जब कार्रवाई हुई तब पता चला कि चुनाव आयोग ने एक करोड़ नए वोटर जादू से पैदा किए। उन्होंने कहा कि हमें उतना ही वोट मिला, लेकिन जितने नए वोटर बने, सभी भाजपा गठबंधन को मिले। उन्होंने इस दौरान कर्नाटक चुनाव की भी चर्चा की।
राहुल गांधी ने कहा, मैंने वोट चोरी पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो चुनाव आयोग ने मुझसे एफिडेविट मांगा। चुनाव आयोग कहता है, आप एफिडेविट दें कि आपका डेटा सही है। ये डेटा चुनाव आयोग का है, मुझसे एफिडेविट क्यों मांगा जा रहा है?
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता वोटों की चोरी नहीं करने देगी क्योंकि गरीब कमजोर लोगों के पास सिर्फ वोट का हक है। आयोग जो कर रहा है, वो सबको पता है। चुनाव आयोग को हम यह नहीं करने देंगे।
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि एनडीए अरबपतियों के साथ सरकार चलाता है। आप वोट डालते हैं, आपका वोट चोरी किया जाता है और आपका सारा पैसा 5-6 अरबपतियों को दे दिया जाता है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जातीय जनगणना की चर्चा करते हुए कहा कि दबाव में आकर उन्होंने जाति जनगणना करवाने की घोषणा कर दी, लेकिन वे 50 प्रतिशत आरक्षण की दीवार नहीं तोड़ना चाहते। उन्होंने कहा कि जब हम लोग आएंगे तो जातीय जनगणना भी कराएंगे और 50 फीसदी आरक्षण का बैरियर भी समाप्त करेंगे। यही नहीं, वोट की चोरी भी नहीं होने देंगे।
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