कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के विवादित बयान को लेकर राजनीति गरमा गई है. ऐसे में सफाई देने के लिए उन्हें आगे आना पड़ा. सैम ने कहा कि उनके बयान को संदर्भ से हटकर पेश किया गया है. उनका आशय केवल भारतीय उपमहाद्वीप के साझा इतिहास और लोगों के आपसी रिश्तों के प्रति अपनी सहजता दर्शाना था. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कहा, “मेरा आशय साझा इतिहास और लोगों के बीच बेहतर संबंधो पर जोर देना था – दर्द, संघर्ष या आतंकवाद तथा भू-राजनीतिक तनावों से उत्पन्न गंभीर चुनौतियों को नजरअंदाज करना नहीं था.”
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को मिला मुद्दा
बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले पाकिस्तान को को घर जैसा बताकर कांग्रेस के ओवरसीज विभाग के प्रमुख सैम पित्रोदा ने भाजपा को बड़ा मुद्दा दे दिया है. इस बयान के बाद भाजपा हमलावर है, वहीं कांग्रेस समेत आईएनडीआईए गठबंधन के अन्य घटक दल बैकफुट पर पहुंच चुके हैं.
सैम पित्रोदा ने इसके पहले 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले 1984 के सिख विरोधी दंगों को लेकर भी बयान दिया था. उन्होंने कहा था, ‘हुआ सो हुआ’ और 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले पैतृक संपत्ति को गरीबों के बीच बांटने की सलाह देकर कांग्रेस के लिए मुश्किले खड़ी कर चुके हैं.
भाजपा ने साधा निशाना
सैम पित्रोदा के बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि गांधी-वाड्रा परिवार की देश विरोधी मानसिकता और उनका चरित्र भारत की संप्रभुता के खिलाफ देखा जा सकता है. उन्होंने पित्रोदा के बयान लिए गांधी-वाड्रा परिवार से देश के वीर सैनिकों से माफी की मांग की.
जनता कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी
भाजपा के अनुसार बयान से स्पष्ट हो चुकी है कि गांधी परिवार का दिल हिंदुस्तान में नहीं बल्कि पाकिस्तान में बसता है. भाजपा ने कहा कि भारत की जनता कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी. भाजपा प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि अगर कोई नेता पाकिस्तान को अपना घर मानता है तो क्या कोई भी देशभक्त इसे स्वीकार कर सकता है? क्या इस तरह की मानसिकता वाले लोग भारत की सुरक्षा की रक्षा कर सकते हैं?