नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम उत्तर प्रदेश और राजस्थान के दौरे से लौटने के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के आलीशान भारत मंडपम में वर्ल्ड फूड इंडिया-2025 का आगाज करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी शाम लगभग 6:15 बजे भारत मंडपम में कार्यक्रम का श्रीगणेश करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित भी करेंगे। भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने विज्ञप्ति के माध्यम से इस कार्यक्रम का विवरण अपने पोर्टल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने एक्स हैंडल पर सचित्र साझा किया है।
पीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार, इसका समापन 28 सितंबर को होगा।इस दौरान खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र, खाद्य के क्षेत्र में स्थायित्व और पौष्टिक एवं जैविक खाद्य के उत्पादन में भारत की ताकत का प्रदर्शन किया जाएगा। वर्ल्ड फूड इंडिया में प्रधानमंत्री मोदी सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम औपचारिकीकरण (पीएमएफएमई) योजना के तहत खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में 2,510 करोड़ रुपये से अधिक की सूक्ष्म परियोजनाओं के लिए लगभग 26,000 लाभार्थियों को 770 करोड़ रुपये से अधिक की ऋण-आधारित सहायता प्रदान की जाएगी।
वर्ल्ड फूड इंडिया में सीईओ गोलमेज बैठकें, तकनीकी सत्र, प्रदर्शनियां और बी2बी (बिजनेस-टू-बिजनेस), बी2जी (बिजनेस-टू-गवर्नमेंट), और जी2जी (गवर्नमेंट-टू-गवर्नमेंट) बैठकों सहित कई व्यावसायिक बातचीत शामिल होंगी। इसमें फ्रांस, जर्मनी, ईरान, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, डेनमार्क, इटली, थाईलैंड, इंडोनेशिया, ताइवान, बेल्जियम, तंजानिया, इरिट्रिया, साइप्रस, अफगानिस्तान, चीन और अमेरिका सहित 21 देशों के 150 अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागी भी शामिल होंगे।
भारत मंडपम में आयोजित वर्ल्ड फूड इंडिया में कई विषयगत सत्र भी होंगे। इनमें भारत एक वैश्विक खाद्य प्रसंस्करण केंद्र के रूप में, खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में स्थायित्व और नेट जीरो, खाद्य प्रसंस्करण में अग्रणी, भारत का पालतू पशु आधारित खाद्य उद्योग, पोषण और स्वास्थ्य के लिए प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, पादप-आधारित खाद्य पदार्थ, न्यूट्रास्युटिकल्स, विशिष्ट खाद्य पदार्थ आदि जैसे विविध विषयों पर चर्चा होगी। इसमें 14 मंडप होंगे, जिनमें से प्रत्येक विशिष्ट विषयों को समर्पित होगा। कार्यक्रम में लगभग 1,00,000 आगंतुक शामिल होंगे।