प्रधानमंत्री बनने के बाद आज पहली बार नरेंद्र मोदी अयोध्या का दौरा करेंगे. इस दौरान वह धार्मिक स्थलों से दूरी बनाकर रखेंगे. पीएम मोदी अयोध्या (फैजाबाद) और अंबेडकरनगर के बीच फैजाबाद के गोसाईंगंज के मया बाजार इलाके में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे. लेकिन वह रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन नहीं करेंगे. कार्यक्रम में पीएम के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे. रैली को लेकर बीजेपी ने ताकत झोंक दी है, तो प्रशासन ने रैली सकुशल संपन्न कराने के लिए अफसरों के साथ ही पुलिस-पीएसी और अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया है. 
दो लोकसभा प्रत्याशियों के लिए करेंगे संयुक्त जनसभा
पीएम मोदी अयोध्या से करीब 25 किमी दूरी पर रैली को संबोधित करेंगे. इस दौरान 4 से 5 लाख से ज्यादा की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं का यहां मौजूद रहेंगे. फैजाबाद (अयोध्या) लोकसभा प्रत्याशी लल्लू सिंह और अम्बेडकरनगर के प्रत्याशी मुकुट बिहारी वर्मा के समर्थन में जन सभा को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री की यह जनसभा दो जिलों के प्रत्याशियों के लिए संयुक्त जनसभा होगी.
2014 के बाद दूसरी जमसभा
पीएम नरेंद्र मोदी की अयोध्या में यह दूसरी जनसभा हो रही है. इससे पूर्व 2014 में सीएम रहते नरेंद्र मोदी ने जीआईसी मैदान में जनसभा की थी. पीएम नरेंद्र मोदी के अयोध्या आगमन पर अयोध्या के संतो में ख़ुशी है. लेकिन एक मलाल भी है. संतो का कहना है कि पीएम नरेन्द्र मोदी का अयोध्या में स्वागत है. लेकिन उन्हें रामलला के दर्शन जरूर करने चाहिए.
रामलला से दूरी!
पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या में आज पहुंच रहे हैं. लेकिन वह श्री रामलला व हनुमानगढ़ी के दर्शन नहीं करेंगे. यह मसला स्थानीय लोगों के लिए हैरानी की वजह बन गया है. अयोध्या के संतो का कहना है की अयोध्या में पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत है. लेकिन उनको श्री रामलला व हनुमान गढ़ी का दर्शन जरूर करना चाहिए. संतों को इस बात का मलाल है कि पीएम नरेन्द्र मोदी अयोध्या आ कर भी रामलला से दूरी बनाए हुए हैं. संत समाज मानता है कि पीएम मोदी की दूसरी बार की सरकार में राम मंदिर का निर्माण जरूर होगा. साथ ही धारा 370 भी समाप्त होगा.
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