लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमले और आठ जवानों की शहादत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस कर्मियों की शहादत को नमन करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने इस दुर्दांत घटना को अंजाम देने वाल अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री लगातार प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हितेश चन्द्र अवस्थी और अपर मुख्य सचिव (ग़ृह) अवनीश अवस्थी से संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद फरार हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ताबड़तोड़ दबिश दे रही है।
घटना की निगरानी के लिए कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार को कानपुर के लिए रवाना कर दिया गया है। पुलिस महानिदेशक ने इस मामले में कहा है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस उसे गिरफ्तार करने गयी थी। जेसीबी लगा दिया, जिससे वाहन पुलिस के वाहन बाधित हो गये है। फोर्स के उतरने के बाद बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलिया चला दी है। जवाबी फायरिंग हुई और इसमें सीओ समेत पुलिस के आठ जवान शहीद हो गये। सात पुलिस कर्मी घायल है।
डीजीपी ने यह भी बताया कि घटना के बाद कानपुर देहात की सीमाओ को सील करके पुलिस की दबिश जारी है। यूपी एसटीएफ इस मामले में पहले से ही काम कर रही है। कानपुर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर है। सूत्रों की मानें तो इस घटना के बाद आईजी मोहित अग्रवाल ने कमान संभाल ली है। तीन बदमाश मारे जाने की खबर है। पुलिस ने पूरे गांव को चारों तरफ से घेरा हुआ है। पुलिस एनकाउंटर अभियान चला रही है। यह भी बताया जा रहा है कि अभी विकास दुबे और उसके साथी गांव छोड़कर भागने में सफल नहीं हुए हैं।
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