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अब राज्यसभा के उपसभापति की लड़ाई, क्या यहां भी संयुक्त विपक्ष से मिलेगी बीजेपी को हार!

राज्यसभा के उप सभापति की लड़ाई में पहली बार संसद में बीजेपी को संयुक्त विपक्ष के गणित का सामना करना होगा. बीजेपी के पास राज्यसभा में सबसे ज्यादा सांसद हैं, लेकिन अगर विपक्ष एकजुट रहा तो उसे हार का सामना करना पड़ सकता है. ऐसा लग रहा है कि इस बार कोई गैर बीजेपी, गैर कांग्रेस सदस्य राज्यसभा का उपसभापति बन सकता है. राज्यसभा के मौजूदा उपसभापति पी.जे. कुरियन का कार्यकाल 30 जून को खत्म होने जा रहा है. अगर बीजेपी को हार मिली तो इससे मोदी सरकार के कार्यकाल के अंतिम साल में महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करा सकने की बीजेपी की क्षमता पर सवाल खड़े हो सकते हैं. विपक्ष अपना गणित लगा रहा है और ज्यादा से ज्यादा दलों को एकजुट करने की कोशिश हो रही है. कांग्रेस को भी नहीं होगा फायदा हालांकि इस कवायद में कांग्रेस को भी कोई फायदा नहीं मिलने वाला. अभी जो संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक राज्यसभा में दूसरे सबसे बड़े दल कांग्रेस को भी अपना कैंडिडेट उतारने या उसे जिताने का मौका शायद ही मिले. ऐसे संकेत हैं कि तृणमूल कांग्रेस जैसे किसी क्षेत्रीय दल के कैंडिडेट को विपक्ष का समर्थन मिल सकता है. टीडीपी के एक नेता ने कहा, 'सब कुछ ठीक रहा तो टीएमसी के सुकेंदु रॉय सर्वसम्मति से विपक्ष के उम्मीदवार हो सकते हैं.' राज्यसभा में एक विपक्षी दल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'क्षेत्रीय दल कांग्रेस को मनाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह उन पार्टियों को अपने साथ लाना सुनिश्चित करे जिनकी फिलहाल बीजेपी-कांग्रेस से संयुक्त दूरी है, ताकि विपक्ष में टूट न होने पाए. टीडीपी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू सहित कई क्षेत्रीय दलों के नेताओं से फोन से संपर्क कर रणनीति बनाई जा रही है. इस तरह का हो सकता है गणित राज्यसभा में फिलहाल कुल 241 सांसद हैं. किसी भी कैंडिडेट को जीतने के लिए कम से कम 121 वोटों की जरूरत होगी, यदि सभी सदस्य वोट करते हैं तो. फिलहाल बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के कुल मिलाकर 106 वोट ही हैं. बीजेपी के 69 सदस्य हैं. कांग्रेस गठबंधन के पास भी महज 86 वोट हैं. कांग्रेस के कुल 51 सदस्य हैं. ऐसे में टीएमसी जैसे क्षेत्रीय दलों की भूमिका बढ़ जाती है. अपनी ताकत को देखते हुए ही क्षेत्रीय दल एक गैर भाजपा, गैर सदस्य को राज्यसभा का उपसभापति बनाने के लिए जुट रहे हैं. टीएमसी के पास राज्यसभा में 13 सदस्य, आम आदमी पार्टी के 3 सदस्य, टीडीपी के 6 सदस्य, सीपीएम के 6 सदस्य, आईएनएलडी का एक सदस्य है. इस गुट को एक निर्दलीय का भी समर्थन मिल सकता है जिससे कुल 30 वोट हो जाते हैं. यानी अगर यह गुट एकजुट होता है और कांग्रेस गठबंधन का साथ मिलता है तो भी इसे जीत नहीं मिलेगी. ऐसे में अकेले चलने वाले उन दलों की भूमिका भी बढ़ गई है जिनके पास कुल 17 वोट हैं और इन पर दोनों गुटों की नजर हैं. इनमें बीजेडी के पास 9, वाईएसआर कांग्रेस के पास 2 और टीआरएस के पास 6 वोट हैं. अगर बीजू जनता दल हाल के कई वाकयों की तरह इस चुनाव में भी राज्यसभा में अनुपस्थित रहता है, तो वोट की संख्या घटकर 232 रह जाएगी, जिससे जीत के लिए जरूरी 116 वोट विपक्ष आसानी से जुटा सकता है. बीजेपी के साथ सहयोगी दलों और निर्दलियों के साथ मिलाकर फिलहाल महज 108 वोट ही जाते दिख रहे हैं. सू्त्र बता रहे हैं कि अमित शाह राज्यसभा के उपसभापति सीट को बीजेपी के पास बनाए रखने के लिए अपने दांव खेलने में लग गए हैं. उन्होंने शिवसेना को ऑफर दिया है कि वह अपने कैंडिडेट खड़े करे जिसे बीजेपी जिताएगी. इस तरह से एक तीर से दो शिकार हो सकता है, राज्यसभा का कैंडिडेट भी जीतेगा और रूठे सहयोगी को भी मना लिया जाएगा.

राज्यसभा के उप सभापति की लड़ाई में पहली बार संसद में बीजेपी को संयुक्त विपक्ष के गणित का सामना करना होगा. बीजेपी के पास राज्यसभा में सबसे ज्यादा सांसद हैं, लेकिन अगर विपक्ष एकजुट रहा तो उसे हार का सामना …

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LG से टकराव जारी, केजरीवाल ने लिखी पीएम मोदी को चिट्ठी, चौथे दिन भी धरने पर

आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने बुधवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल के खिलाफ उनके निवास के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और अब उनकी योजना प्रधानमंत्री ऑफिस (पीएमओ) का घेराव करने की है. अगले रविवार को आम आदमी पार्टी के तमाम कार्यकर्ता पीएमओ का घेराव करेंगे. ये हैं AAP की 3 मांगें - एलजी खुद IAS अधिकारियों की गैरकानूनी हड़ताल तुरंत खत्म कराएं, क्योंकि वो सर्विस विभाग के मुखिया हैं. - काम रोकने वाले IAS अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लें. - राशन की डोर-स्टेप-डिलीवरी की योजना को मंजूर करें.

राजधानी नई दिल्ली में सरकार पिछले चार दिनों से धरने पर है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने मंत्रियों के साथ गवर्नर हाउस में डेरा जमाए हुए हैं. अब इस मुद्दे पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है. केजरीवाल ने …

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उत्तराखंड में मौसम विभाग का अलर्ट जारी

मौसम विभाग के रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है क्योकि रिपोर्ट में उत्तराखंड में 14 और 15 जून को भारी बारिश के आसार बताये गए है. देहरादून, पौड़ी, नैनीताल और उधम सिंह नगर में इसके आसार और भी प्रबल कहे गए है. 1 जून को उत्तराखंड में उत्तरकाशी, टिहरी समेत चार जगहों पर बादल फाटे थे और भारी तबाही हुई थी. मौसम विभाग के मुताबिक, 14-15 जून को उत्‍तराखंड में भारी बारिश हो सकती है. इस दौरान 70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाओं के चलने की भी चेतावनी जारी की है. ऐसे में शासन और प्रशासन के आदेशानुसार स्टेट डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (एसडीआरएफ) की टीम अलर्ट हो गई है. एसडीआरएफ टीम के लीडर आईजी उत्तराखंड पुलिस संजय गुंज्याल ने कहा, किसी भी स्‍थ‍िति से निपटने के लिए एसडीआरएफ की टीम पूरी तरह से ट्रेंड है. इसके साथ ही जिन जिलों में मौसम विभाग का अलर्ट जारी किया गया है वहां सभी टीम को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं. गौरतलब है कि जून 2013 में बादल फटने से पहाड़ी सूबे में 4500 से अधिक लोगों की जान चली गई थी. प्रकृति के कहर को देखते हुए उस समय केदारनाथ धाम की यात्रा को भी रोक दिया गया था .

मौसम विभाग के रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है क्योकि रिपोर्ट में उत्तराखंड में 14 और 15 जून को भारी बारिश के आसार बताये गए है. देहरादून, पौड़ी, नैनीताल और उधम सिंह नगर में इसके आसार …

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आंधी, बारिश और बिजली ने ली उत्तर प्रदेश में 12 लोगों की जान

मौसम विभाग के मुताबिक, 14-15 जून को उत्‍तराखंड में भारी बारिश हो सकती है. इस दौरान 70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाओं के चलने की भी चेतावनी जारी की है. ऐसे में शासन और प्रशासन के आदेशानुसार स्टेट डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (एसडीआरएफ) की टीम अलर्ट हो गई है. देश के अन्य राज्यों में भी मानसून ने दस्तक दे दी है और तूफान और बारिश से हुई तबाहियों की खबरें मिल रही है.

लखनऊ: मानसून ने देश के कई कोनो में धमाकेदार दस्तक दी है जिससे भारी तबाही और जन हानि हुई है. बुधवार शाम आई तेज आंधी, बारिश और बिजली गिरने से उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जिलों में 12 लोगों मारे गए …

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शहीद होने से कुछ घंटे पहले ही जितेंद्र सिंह ने माँ के लिए कही थी ये बड़ी बात…

जम्मू-कश्मीर में सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से की गई फायरिंग में बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेट जितेंद्र सिंह समेत 4 चार शहीद हो गए हैं, जबकि 5 अन्य जवान घायल हुए हैं. शहीद होने से कुछ घंटे पहले ही जितेंद्र …

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असम में BJP मुस्लिम विधायक को मिला पार्टी छोड़ने के लिए धमकी भरा पत्र

असम में बीजेपी विधायक अमीनुल-हक लश्कर को पार्टी छोड़ने की धमकी मिली है. दो कारतूसों के साथ आए धमकी भरे पत्र में उन्हें बीजेपी छोड़ने के लिए कहा गया है. शिकायत के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. इस …

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PM मोदी ने शेयर किया फिटनेस चैलेंज का वीडियो

खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ के द्वारा शुरू किए गए फिटनेस चैलेंज को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अब स्वीकार कर लिया है. बुधवार को प्रधानमंत्री ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो जारी किया. जिसमें मोदी कई तरह के योगाभ्यास …

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अभी एक दिन और एम्स में रह सकते हैं वाजपेयी, आईसीयू से सामान्य वार्ड में किया शिफ्ट

सोमवार को एम्स में भर्ती हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत स्थिर है। जिसके चलते मंगलवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी नहीं दी गई। हालांकि कुछ मेडिकल टेस्ट के बाद डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू से सामान्य वार्ड में …

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यादगार किस्सा: प्लेन भटकने की सूचना मिली तो सो गए अटल जी

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को किडनी में खराबी और श्वसन तंत्र में संक्रमण की शिकायत के बाद सोमवार को एम्स में भर्ती कराया गया है। जांच में उन्हें यूरिन में संक्रमण पाया गया। हालांकि एम्स ने उनकी हालत स्थिर बताई है। 93 साल के अटलजी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। वे डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) से जूझ रहे हैं। वह 2009 से ही व्हीलचेयर पर हैं। अटलजी जीवन भर भारतीय राजनीति में सक्रिय रहे। उनके जीवन से जुड़ा एक किस्सा यहां बता रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी की जीवनी 'हार नहीं मानूंगा' में एक किस्सा बताया गया है जिसे पत्रकार विजय त्रिवेदी ने बयान किया है। एक बार अटलजी को हिमाचल प्रदेश में एक चुनावी सभा को संबोधित करने जाना था तो वे एक छोटे विमान से धर्मशाला जा रहे थे। इस सफर में उनके साथ वरिष्ठ पत्रकार और राज्यसभा सांसद रहे बलबीर पुंज भी थे। इस यात्रा के दौरान अटलजी को नींद आ गई। इसी बीच विमान का सह-पायलट कॉकपिट से बाहर आया और उसने पुंज से पूछा कि क्या वे इससे पहले कभी धर्मशाला आए हैं? पुंज द्वारा ऐसा पूछने की वजह पूछे जाने पर सह-पायलट ने कहा कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल से हमारा संबंध टूट गया है और हमें धर्मशाला मिल नहीं रहा है। विमान चालकों के पास बहुत पुराना नक्शा था और नीचे जो दिख रहा था, वह उस नक्शे से मेल नहीं खा रहा था। इतने में वाजपेयी की नींद टूटी। जब पुंज ने उन्हें सारी बात बताई तो अटल जी ने बोले 'अगर जागते हुए क्रैश होगा तो बहुत तकलीफ होगी इसलिए फिर से सो जाता हूं।' यह कहकर वे दोबारा सो गए। बाद में इस विमान का संपर्क इंडियन एयरलाइंस के एक विमान से हुआ और उसकी मदद से उसे धर्मशाला की जगह कुल्लू में सुरक्षित उतार लिया गया।

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को किडनी में खराबी और श्वसन तंत्र में संक्रमण की शिकायत के बाद सोमवार को एम्स में भर्ती कराया गया है। जांच में उन्हें यूरिन में संक्रमण पाया गया। हालांकि एम्स ने उनकी …

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जब संख्याबल के आगे झुक गए थे अटल, 1996 का वो ऐतिहासिक भाषण

देश के पूर्व प्रधानमंत्री और कवि अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत ठीक नहीं है. सोमवार को रुटीन चेकअप के लिए उन्हें नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. अटल जी को यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन है. सोमवार शाम से ही एम्स में नेताओं का जमावड़ा लगा रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई दिग्गज अटल का हाल लेने पहुंचे. अटल बिहारी वाजपेयी ने तीन बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. एक 13 दिन, दूसरी बार 13 महीने और फिर पूरे पांच साल तक. जब एक वोट से गिर गई सरकार... 1996 के चुनाव परिणामों के बाद 16 मई 1996 को अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के 11वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी. लेकिन एक मत के चलते बीजेपी बहुमत साबित नहीं कर पाई, परिणाम स्वरूप समय से पहले ही बीजेपी के पहले प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा और सरकार 13 दिन बाद गिर गई थी. दरअसल, बीजेपी को लोकसभा में 161 सीटें मिली थीं और कांग्रेस को 140 सीटें मिली थीं, लेकिन फ्लोर टेस्ट के दौरान वाजपेयी सरकार के पक्ष में 269 वोट और उनके विरोध में 270 वोट पड़े थे. इस्तीफा देने से पहले अटल बिहारी वाजपेयी ने संसद में यादगार भाषण दिया. उन्होंने लोकसभा में कहा था कि सदन में एक व्यक्ति की पार्टी है, वो हमारे खिलाफ जमघट करके हराने का प्रयास कर रहे हैं. उन्हें पूरा अधिकार है लेकिन वो 'एकला चलो रे' के रास्ते पर चल रहे हैं. ये देश के भलाई के लिए एक हो रहे हैं तो स्वागत है. विपक्ष पर किया था जमकर वार साथ ही उन्होंने कहा था कि हमारा क्या अपराध है. हमें क्यों कठघरे में खड़ा किया जा रहा है? यह जनादेश ऐसे ही नहीं मिला है. हमने मेहनत की है, इसके पीछे वर्षों का संघर्ष है, साधना है. हम देश सेवा कर रहे हैं वो भी निस्स्वार्थ भाव से और पिछले 40 सालों से ऐसे ही करते आ रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि एक-एक सीटों वाली पार्टियां कुकुरमुत्ते की तरह उग आती हैं. राज्यों में आपस में लड़ती हैं. दिल्ली में आकर एक हो जाती हैं. हम देश की सेवा के कार्य में जुटे रहेंगे. उन्होंने कहा, 'हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि जो कार्य हमने अपने हाथों में लिया है, उसे पूरा किए बिना विश्राम नहीं करेंगे. अध्यक्ष महोदय, मैं अपना त्यागपत्र राष्ट्रपति को देने जा रहा हूं.' उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा कि हम थोड़ी ज्यादा सीटें नहीं ला सके. ये हमारी कमजोरी है. हमें बहुमत मिलना चाहिए था. हमें सरकार बनाने को राष्ट्रपति ने अवसर दिया, लेकिन हमें सफलता नहीं मिली. हम सदन में सबसे बड़े विरोधी दल के रूप में बैठेंगे और आपको हमारा सहयोग लेकर सदन चलाना पड़ेगा. मगर सरकार आप कैसी बनाएंगे, वो सरकार किस कार्यक्रम पर बनेगी वो सरकार कैसी चलेगी मैं नहीं जानता. 'हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा', पढ़ें अटल की 5 यादगार कविताएं वाजपेयी ने अपने शब्दों से प्रहार करते हुए कहा था, 'ये सरकार टिकाऊ होगी, उसके लक्षण कम ही दिखते हैं. पहले तो उसका जन्म लेना कठिन है, फिर उसका जीवित रहना कठिन है और ये सरकार अंतर्विरोध में घिरी हुई है, ये देश का कितना लाभ कर सकेगी, ये एक बड़ा सवाल है. ऐसे में तब आपको हर बात के लिए कांग्रेस के पास दौड़ना पड़ेगा और आप उनपर निर्भर हो जाएंगे. हम फ्लोर पर कोर्डिनेशन करते हैं उसके बिना सदन नहीं चलता. आप सारा देश चलाना चाहते हैं, अच्छी बात है हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.' और फिर 28 मई, 1996 को अटल ने अपने भाषण में कहा कि हम संख्याबल के सामने सिर झुकाते हैं. अध्यक्ष महोदय, मैं अपना इस्तीफा राष्ट्रपति जी को देने जा रहा हूं. कर्नाटक चुनाव के दौरान भी आई थी याद आपको बता दें कि हाल ही में कर्नाटक चुनाव के दौरान जब बीजेपी की सरकार बहुमत ना होने के कारण गिरी. तो बी.एस. येदियुरप्पा ने इस्तीफे का ऐलान करते हुए भाषण दिया. उस दौरान उनके भाषण की तुलना भी अटल बिहारी वाजपेयी के 1996 में दिए गए भाषण से की गई थी.

देश के पूर्व प्रधानमंत्री और कवि अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत ठीक नहीं है. सोमवार को रुटीन चेकअप के लिए उन्हें नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. अटल जी को यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन है. सोमवार शाम से …

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