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कानपुर: तेज रफ्तार डम्पर ने घर को रौंदा 6 की मौत

उत्तर प्रदेश की लचर व्यवस्था इस हद तक बिगड़ चुकी है कि यहाँ पर कुछ लोगों ने अपनी संवेदनाएं बेच दी है और उन्हें लोगों की लाशों से कोई फर्क नहीं पड़ता. कल हुई कानपूर की घटना के अनुसार एक बालू से लदा तेज रफ़्तार डम्पर बैलेंस बिगड़ने के कारण एक घर में जा घुसा, और कुछ ही मिनट में नशे की हालत में इस घर को पूरी तरह उजाड़ दिया. जहाँ इस घर में पहले कुछ बच्चें खेला करते थे अब वहां लाशें जमा थी. घटना इलाहाबाद हाईवे के महाराजपुर थाने के पास की है. पुलिस के मुताबिक, डंपर चालक नशे की हालत में था. दुर्घटना के बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया. इस हादसे के बाद घर में सो रही बुजुर्ग महिला समेत 6 लोग इसकी चपेट में आ गए और 5 की मौके पर मौत हो गई. जबकि इलाज के दौरान एक व्यक्ति ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. उधर घर की हालात देखकर मौके पर मौजूद लोग सन्न रह गए. उनको उनके लिए यकीन कर पाना मुश्किल हो रहा था कि यहाँ कुछ समय पहले का मंजर क्या था और अब क्या है. नशे की हालत में डम्पर ड्राइवर मौके से भाग निकला. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को संभाला और शवों को पोस्टमार्टम के लिए पहुचाएं और अभी जांच चल रही है. उत्तर प्रदेश की लचर व्यवस्था इस हद तक बिगड़ चुकी है कि यहाँ पर कुछ लोगों ने अपनी संवेदनाएं बेच दी है और उन्हें लोगों की लाशों से कोई फर्क नहीं पड़ता. कल हुई कानपूर की घटना के अनुसार एक बालू से लदा तेज रफ़्तार डम्पर बैलेंस बिगड़ने के कारण एक घर में जा घुसा, और कुछ ही मिनट में नशे की हालत में इस घर को पूरी तरह उजाड़ दिया. जहाँ इस घर में पहले कुछ बच्चें खेला करते थे अब वहां लाशें जमा थी. घटना इलाहाबाद हाईवे के महाराजपुर थाने के पास की है. पुलिस के मुताबिक, डंपर चालक नशे की हालत में था. दुर्घटना के बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया. इस हादसे के बाद घर में सो रही बुजुर्ग महिला समेत 6 लोग इसकी चपेट में आ गए और 5 की मौके पर मौत हो गई. जबकि इलाज के दौरान एक व्यक्ति ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. उधर घर की हालात देखकर मौके पर मौजूद लोग सन्न रह गए. उनको उनके लिए यकीन कर पाना मुश्किल हो रहा था कि यहाँ कुछ समय पहले का मंजर क्या था और अब क्या है. नशे की हालत में डम्पर ड्राइवर मौके से भाग निकला. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को संभाला और शवों को पोस्टमार्टम के लिए पहुचाएं और अभी जांच चल रही है.

उत्तर प्रदेश की लचर व्यवस्था इस हद तक बिगड़ चुकी है कि यहाँ पर कुछ लोगों ने अपनी संवेदनाएं बेच दी है और उन्हें लोगों की लाशों से कोई फर्क नहीं पड़ता. कल हुई कानपूर की घटना के अनुसार एक …

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ईद मुबारक: देश भर में ईद का जश्न, पीएम, राष्ट्रपति ने दी शुभकामनाएं

वहीं आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों के लिए एक वीडियो शेयर करते हुए शुभकामनाएं दी. वहीं देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी देश के लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हुए शांति की अपील की है. ईद के मौके पर कई जगह मुस्लिमों के साथ दूसरे समुदाय के लोगों ने भी ईद की शुभकामनाएं देकर विविधता में एकता वाली हमारी संस्कृति को आगे रखते हुए लोगों से शांति और एकता की अपील की है.

आज देशभर में ईद का त्यौहार बड़ी खुशियों से मनाया जा रहा है. ईद के मौके पर दिल्ली के जामा मस्जिद में हजारों लोगों ने एक साथ नमाज़ अदा की वहीं भारी बारिश के चलते मुम्बई में भी लोगों ने …

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माजुली द्वीप को बाढ़ से बचाने के लिए कई परियोजनाएं शुरू

कुंडू ने यह भी कहा , ‘जल संसाधन मंत्रालय और केंद्रीय जल आयोग बाढ़ की भविष्यवाणी के संबंध में बड़े कदम उठा रहा है. बाढ़ के पूर्वानुमान का तंत्र बहुत मजबूत है.' उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में अधिकारी 72 घंटे पहले चेतावनी का पता लगा सकते हैं. बैठक के दौरान बहुउद्देश्यीय और बड़ी - छोटी परियोजनाओं का सर्वेक्षण और जांच , भू क्षरण रोधी एवं बाढ़ प्रबंधन योजना को लागू करने जैसी बोर्ड की विभिन्न गतिविधियों पर भी चर्चा की गई.

ब्रह्मपुत्र बोर्ड ने दुनिया के सबसे बड़े नदी द्वीप माजुली को बाढ़ तथा भू क्षरण से बचाने के लिए बड़ी परियोजनाएं शुरू की हैं. ब्रह्मपुत्र बोर्ड के अध्यक्ष संजय कुंडू ने यहां कल बोर्ड की 60 वीं स्थायी समिति की …

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देश इतिहास के सबसे बड़े जल संकट से जूझ रहा है, साफ पानी न मिलने से हर साल 2 लाख लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश, हरियाणा, झारखंड और बिहार एक बार फिर नीति आयोग की रिपोर्ट में फिसड्डी साबित हुए हैं। नीति आयोग के जल प्रबंधन सूचकांक सूची में ये सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्य हैं। वहीं जल प्रबंधन के मामले में …

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दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में बिछी धुल की चादर, 24 से 48 घंटे में राहत की उम्मीद

दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर-पश्चिम भारत के तमाम इलाकों में धूल भरी हवाओं ने पूरा वातावरण बदल कर रख दिया है. उत्तर-पश्चिम भारत के तमाम इलाकों में 25 से लेकर 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है. यह …

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जम्मू कश्मीर पुलिस ने जारी की शुजात बुखारी के हत्या में शामिल संदिग्धों की तस्वीर

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार रात कुछ तस्वीरें जारी की. ये तस्वीरें उन लोगों की है जिन पर राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या करने का संदेह है. ये लोग बाइक पर सवार नजर आ रहे हैं. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार …

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दंगों में मारे गए मोहसिन शेख़ के परिवार को मिलेगा दस लाख का मुआवजा

सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट की वजह से भड़की हिंसा में मारे गए सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोहसिन सादिक शेख के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा. मानवाधिकार आयोग ने इसकी घोषणा की है. मुआवजे में केंद्र और राज्य सरकार …

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बाजार में दिसंबर तक आ सकता है 20 रुपये का सिक्का

सिक्कों की खनखनाती दुनिया में अब नए मूल्य वर्ग का सिक्का जुड़ने जा रहा है। यह सिक्का न केवल डिजाइन में अलग होगा बल्कि थीम भी आधुनिक होगी। दो धातुओं वाले इस सिक्के की डिजाइन पर काम शुरू हो गया है। माना जा रहा कि इस साल दिसंबर तक यह सिक्का बाजार में आ जाएगा। अभी देश में तकरीबन 26 हजार करोड़ रुपये के सिक्के चलन में हैं। सरकार पहली बार 20 रुपये के सिक्के को वैध करेंसी के तौर पर लाने की तैयारी कर रही है। अभी तक इस मूल्य वर्ग के सिक्के स्मारक सिक्के के रूप में ही जारी हुए हैं। दरअसल, दस रुपये के नए नोटों की छपाई सीमित है और बीस रुपये के नोट की छपाई बंद है। बाजार में दस और बीस रुपये के पुराने नोट अधिक हैं। इस समय तकरीबन 80 हजार करोड़ रुपये कीमत के पांच से बीस रुपये के मूल्य वर्ग वाले 57 अरब नोट चलन में हैं। इस समय 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के दस और बीस रुपये के गंदे व फटे-गले नोट हैं। चूंकि क्लीन नोट पॉलिसी के तहत ऐसे नोट आरबीआइ के पास वापस जमा होंगे। ऐसे में चलन में पर्याप्त करेंसी बनाए रखने के लिए छोटे नोट की सप्लाई करनी होगी। रिजर्व बैंक को इसके लिए करीब 40 अरब नोट छापने होंगे। इसमें करीब सात-आठ हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा। नोट बमुश्किल पांच साल चल पाते हैं। ऐसे में प्रचलन में अच्छे नोट बनाए रखने के लिए जल्दी-जल्दी बदलने होते हैं। इसके विपरीत सिक्का लंबे समय चलन रहता है। चूंकि दस रुपये का सिक्का बाजार में बहुतायत में है इसलिए आरबीआइ ने बीस रुपये का सिक्का निकालने का निर्णय लिया गया है।

सिक्कों की खनखनाती दुनिया में अब नए मूल्य वर्ग का सिक्का जुड़ने जा रहा है। यह सिक्का न केवल डिजाइन में अलग होगा बल्कि थीम भी आधुनिक होगी। दो धातुओं वाले इस सिक्के की डिजाइन पर काम शुरू हो गया …

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अब राज्यसभा के उपसभापति की लड़ाई, क्या यहां भी संयुक्त विपक्ष से मिलेगी बीजेपी को हार!

राज्यसभा के उप सभापति की लड़ाई में पहली बार संसद में बीजेपी को संयुक्त विपक्ष के गणित का सामना करना होगा. बीजेपी के पास राज्यसभा में सबसे ज्यादा सांसद हैं, लेकिन अगर विपक्ष एकजुट रहा तो उसे हार का सामना करना पड़ सकता है. ऐसा लग रहा है कि इस बार कोई गैर बीजेपी, गैर कांग्रेस सदस्य राज्यसभा का उपसभापति बन सकता है. राज्यसभा के मौजूदा उपसभापति पी.जे. कुरियन का कार्यकाल 30 जून को खत्म होने जा रहा है. अगर बीजेपी को हार मिली तो इससे मोदी सरकार के कार्यकाल के अंतिम साल में महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करा सकने की बीजेपी की क्षमता पर सवाल खड़े हो सकते हैं. विपक्ष अपना गणित लगा रहा है और ज्यादा से ज्यादा दलों को एकजुट करने की कोशिश हो रही है. कांग्रेस को भी नहीं होगा फायदा हालांकि इस कवायद में कांग्रेस को भी कोई फायदा नहीं मिलने वाला. अभी जो संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक राज्यसभा में दूसरे सबसे बड़े दल कांग्रेस को भी अपना कैंडिडेट उतारने या उसे जिताने का मौका शायद ही मिले. ऐसे संकेत हैं कि तृणमूल कांग्रेस जैसे किसी क्षेत्रीय दल के कैंडिडेट को विपक्ष का समर्थन मिल सकता है. टीडीपी के एक नेता ने कहा, 'सब कुछ ठीक रहा तो टीएमसी के सुकेंदु रॉय सर्वसम्मति से विपक्ष के उम्मीदवार हो सकते हैं.' राज्यसभा में एक विपक्षी दल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'क्षेत्रीय दल कांग्रेस को मनाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह उन पार्टियों को अपने साथ लाना सुनिश्चित करे जिनकी फिलहाल बीजेपी-कांग्रेस से संयुक्त दूरी है, ताकि विपक्ष में टूट न होने पाए. टीडीपी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू सहित कई क्षेत्रीय दलों के नेताओं से फोन से संपर्क कर रणनीति बनाई जा रही है. इस तरह का हो सकता है गणित राज्यसभा में फिलहाल कुल 241 सांसद हैं. किसी भी कैंडिडेट को जीतने के लिए कम से कम 121 वोटों की जरूरत होगी, यदि सभी सदस्य वोट करते हैं तो. फिलहाल बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के कुल मिलाकर 106 वोट ही हैं. बीजेपी के 69 सदस्य हैं. कांग्रेस गठबंधन के पास भी महज 86 वोट हैं. कांग्रेस के कुल 51 सदस्य हैं. ऐसे में टीएमसी जैसे क्षेत्रीय दलों की भूमिका बढ़ जाती है. अपनी ताकत को देखते हुए ही क्षेत्रीय दल एक गैर भाजपा, गैर सदस्य को राज्यसभा का उपसभापति बनाने के लिए जुट रहे हैं. टीएमसी के पास राज्यसभा में 13 सदस्य, आम आदमी पार्टी के 3 सदस्य, टीडीपी के 6 सदस्य, सीपीएम के 6 सदस्य, आईएनएलडी का एक सदस्य है. इस गुट को एक निर्दलीय का भी समर्थन मिल सकता है जिससे कुल 30 वोट हो जाते हैं. यानी अगर यह गुट एकजुट होता है और कांग्रेस गठबंधन का साथ मिलता है तो भी इसे जीत नहीं मिलेगी. ऐसे में अकेले चलने वाले उन दलों की भूमिका भी बढ़ गई है जिनके पास कुल 17 वोट हैं और इन पर दोनों गुटों की नजर हैं. इनमें बीजेडी के पास 9, वाईएसआर कांग्रेस के पास 2 और टीआरएस के पास 6 वोट हैं. अगर बीजू जनता दल हाल के कई वाकयों की तरह इस चुनाव में भी राज्यसभा में अनुपस्थित रहता है, तो वोट की संख्या घटकर 232 रह जाएगी, जिससे जीत के लिए जरूरी 116 वोट विपक्ष आसानी से जुटा सकता है. बीजेपी के साथ सहयोगी दलों और निर्दलियों के साथ मिलाकर फिलहाल महज 108 वोट ही जाते दिख रहे हैं. सू्त्र बता रहे हैं कि अमित शाह राज्यसभा के उपसभापति सीट को बीजेपी के पास बनाए रखने के लिए अपने दांव खेलने में लग गए हैं. उन्होंने शिवसेना को ऑफर दिया है कि वह अपने कैंडिडेट खड़े करे जिसे बीजेपी जिताएगी. इस तरह से एक तीर से दो शिकार हो सकता है, राज्यसभा का कैंडिडेट भी जीतेगा और रूठे सहयोगी को भी मना लिया जाएगा.

राज्यसभा के उप सभापति की लड़ाई में पहली बार संसद में बीजेपी को संयुक्त विपक्ष के गणित का सामना करना होगा. बीजेपी के पास राज्यसभा में सबसे ज्यादा सांसद हैं, लेकिन अगर विपक्ष एकजुट रहा तो उसे हार का सामना …

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LG से टकराव जारी, केजरीवाल ने लिखी पीएम मोदी को चिट्ठी, चौथे दिन भी धरने पर

आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने बुधवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल के खिलाफ उनके निवास के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और अब उनकी योजना प्रधानमंत्री ऑफिस (पीएमओ) का घेराव करने की है. अगले रविवार को आम आदमी पार्टी के तमाम कार्यकर्ता पीएमओ का घेराव करेंगे. ये हैं AAP की 3 मांगें - एलजी खुद IAS अधिकारियों की गैरकानूनी हड़ताल तुरंत खत्म कराएं, क्योंकि वो सर्विस विभाग के मुखिया हैं. - काम रोकने वाले IAS अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लें. - राशन की डोर-स्टेप-डिलीवरी की योजना को मंजूर करें.

राजधानी नई दिल्ली में सरकार पिछले चार दिनों से धरने पर है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने मंत्रियों के साथ गवर्नर हाउस में डेरा जमाए हुए हैं. अब इस मुद्दे पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है. केजरीवाल ने …

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