वाशिंगटन : अमेरिकी मीडिया में यह चर्चा जोरों पर है कि रूस एक बार फिर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को राष्ट्रपति चुनाव -2020 में विजयी देखना चाहता है। इसके लिए रूस भरसक प्रयास कर रहा है। लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस पर असहज हैं। उन्हें भय है कि डेमोक्रेट को चुनाव अभियान के दौरान इस बात का एक और बहाना मिल जाएगा। अमेरिकी इंटेलीजेंस ने गत 13 फरवरी को हाउस इंटेलीजेंस कमेटी के समक्ष यह रिपोर्ट रखी थी। इस पर ट्रम्प ने गुरुवार को इंटेलीजेंस के कार्यवाहक चीफ जोसेफ मग्वाइर को उनके पद से हटा दिया था। जबकि जोसेफ मग्वाइर को नेशनल इंटेलीजेंस का निदेशक बनाए जाने की कवायद चल रही थी।
कमेटी की बैठक में मौजूद रिपब्लिकन सदस्यों ने इंटेलीजेंस की इस रिपोर्ट पर तीव्र प्रतिक्रिया थी। उन्होंने कहा कि ट्रम्प जब रूस के खिलाफ लगातार कड़े आक्षेप कर रहे हैं, तो ऐसे कैसे हो सकता है कि रूस चुनाव में ट्रम्प की मदद करेगा। इससे पूर्व न्यू यॉर्क टाइम्स ने लिखा था कि ट्रम्प को इस बात पर नाराजगी थी कि केलीफ़ोर्निया से डेमोक्रेट सांसद एडम शिफ ही इस सारी शरारत के पीछे मुख्य जड़ है। एडम शिफ ने उनके विरुद्ध महाभियोग में बढ़-चढ़कर भाग लिया था। फिलहाल, राष्ट्रपति चुनाव तीन नवम्बर को हो रहे हैं। इस पर इंटेलीजेंस के एक-दो लोगों ने प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है कि कमेटी के सम्मुख पूरी रिपोर्ट रखने की बजाए उसे सार में प्रस्तुत किया जाना चाहिए था।
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