उन्होंने कहा है कि 5 अप्रैल दोपहर से प्रारंभ अखंड मानस पाठ की पूर्णाहुति 6 अप्रैल को श्रीरामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला के सूर्य तिलक के साथ होना चाहिए।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सभी जनपदों में देवालयों और मंदिरों में आवश्यक व्यवस्थाएं प्रारंभ कर दी गई हैं।
शनिवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बासंतिक नवरात्र और श्री रामनवमी से संबंधित तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देवीपाटन मंदिर, बलरामपुर, शाकुम्भरी देवी मंदिर सहारनपुर, विंध्यवासिनी देवी धाम, मिर्जापुर आदि प्रमुख देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होगा।
सूर्य तिलक का दर्शन करने अयोध्या में पूरे देश से लोगों के आगमन की संभावना है। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा से जुड़े सभी आवश्यक प्रबंध किए जाने चाहिए। कतारबद्ध श्रद्धालुओं को तेज धूप में खड़े होने में समस्या न हो, इसके लिए जूट मैटिंग कराई जाए। सभी देवालयों में पेयजल के पुख्ता प्रबंध होने चाहिए। छाजन की व्यवस्था कराई जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिए कि चैत्र नवरात्र के दिनों में पूरे प्रदेश में समान रूप से निर्बाध 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मंदिरों के आसपास अंडा, मांस आदि की दुकानें नहीं होनी चाहिए, साथ ही यह भी सुनिश्चित कराएं कि कहीं भी अवैध स्लाटरिंग न हों।
मुख्यमंत्री ने नवरात्र के दृष्टिगत नगर विकास विभाग और ग्राम्य विकास विभाग को क्रमश: नगरों और गांवों में मंदिरों और देवालयों के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में स्वच्छ परिवेश सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार अतिरिक्त सफाई कर्मी भी लगाए जाएं। मुख्यमंत्री ने पुलिस को स्थानीय आवश्यकताओं के दृष्टिगत भीड़ प्रबंधन और फुट पेट्रोलिंग की बेहतर कार्ययोजना लागू करने के भी निर्देश दिए।
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