उप राष्ट्रपति ने एसजीपीआई में ह्रदय रोग विशेषज्ञों की कार्यशाला को सबोधित
लखनऊ : उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि स्वस्थ शरीर से ही स्वस्थ और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण होगा। स्वस्थ रहने के लिए दिनचर्या में योग को शामिल करना होगा। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार नहीं कर सकते, तो चंद्र नमस्कार करें लेकिन योग जरूर करें। यह मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए काफी महत्वपूर्ण है। आज रोमानिया, पेरू, अमेरिका, यूरोप योग सेंटर खुल रहे हैं, जबकि भारत में लोग योग को धर्म से जोड़ कर देखते हैं। उपराष्ट्रपति शुक्रवार को पीजीआई में आयोजित ह्रदय रोग विशेषज्ञों की कार्यशाला में बोल रहे थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत की 54 फीसदी आबादी गांव में रहती है, इनको छोड़ा नहीं जा सकता। इसलिए पीएचसी स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत करने के साथ हर व्यक्ति का समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 60 फीसदी लोग 35 से कम उम्र के हैं, लेकिन इन्हें अच्छा स्वास्थ्य रखने के लगातार जांच का अभियान चलाना होगा। संचारी लोग से पहले मृत्यु होती है, लेकिन अब नॉन कम्युनिकेबल (हार्ट डिजीज, डायबटीज आदि) से अधिक मौते हो रही हैं। इस पर काफी काम करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि इंटरवेंशन तकनीक आने के बाद इसमें 34 फीसदी की कमी आयी है। 40 फीसदी 55 की आयु में और 25 फीसदी 35 से कम आयु के लोग हार्ट की बीमारी के शिकार हो रहे हैं। जिसका मुख्य कारण लाइफ स्टाइल है। ऑटोमेशन के कारण शारीरिक गतिविधियां काफी कम हो गयी है। वेंकैया नायडू ने कहा कि जंक फूड बेचने के लिए विदेशी कंपनियां प्रचार पर करोड़ों रुपये खर्च करती हैं, जिससे हमारे बच्चे दिगभ्रमित होकर उस तरफ भाग रहे हैं। यह बीमारी की जड़ है। पश्चिमी देश के भोजन वहां के हालात से ठीक हो सकते हैं, हमारे लिए ठीक नहीं हैं। हमारे पास खुद खाने की कई वरायटी हैं, जिसे बच्चों को देना चाहिए। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक व पीजीआई के निदेशक डॉ. राकेश कपूर सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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